Ganesh Consumer Products IPO: FMCG कंपनी गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का 408.80 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू आज 22 सितंबर से खुल गया। शाम 4 बजे तक यह महज 10 प्रतिशत भरा है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्से को न के बराबर सब्सक्रिप्शन मिला है। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 4 प्रतिशत, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 19 प्रतिशत और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्सा 39 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ है।
इस IPO में 24 सितंबर तक पैसे लगाने का मौका रहेगा। अलॉटमेंट 25 सितंबर को फाइनल होगा और शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 29 सितंबर को होगी। गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का हेडक्वार्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है। यह कंपनी पूर्वी भारत में गेहूं के आटा, मैदा, सूजी और दलिया का एक बड़ा ब्रांड है। इसके प्रोडक्ट्स में बेसन, इंस्टैंड फूड मिक्स, सिंघाडे का आटा, बाजरे का आटा, मसाले, परंपरागत स्नैक्स भी शामिल हैं।
IPO के लिए कितना है प्राइस बैंड
Ganesh Consumer Products IPO में 130 करोड़ रुपये के 40 लाख नए शेयर जारी हो रहे हैं। साथ ही 278.80 करोड़ रुपये के 87 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा। बोली लगाने के लिए प्राइस बैंड 306-322 रुपये प्रति शेयर है। लॉट साइज 46 शेयर है। IPO में एंप्लॉयीज के लिए 34247 तक शेयर रिजर्व हैं। इन्हें इश्यू प्राइस से 30 रुपये के डिस्काउंट पर ऑफर किया जा रहा है।
IPO के लिए Dam Capital Advisors Ltd. बुक रनिंग लीड मैनेजर है। रजिस्ट्रार MUFG Intime India Pvt.Ltd. है। कंपनी के प्रमोटर पुरुषोत्तम दास मीमानी, मनीष मीमानी, मधु मीमानी, मनीष मीमानी (HUF) और श्रीवरु एग्रो प्राइवेट लिमिटेड हैं। कंपनी ने IPO से पहले एंकर इनवेस्टर्स से 122.34 करोड़ रुपये जुटाए।
ग्रे मार्केट में गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 322 रुपये से 10 रुपये या 3.11 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल कर्ज को पूरी तरह से या कुछ हद तक चुकाने के लिए, दार्जिलिंग में भुने हुए चने के आटे और बेसन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
IPO और कंपनी के लिए ब्रोकरेज की राय
आनंद राठी रिसर्च ने इस IPO के लिए सब्सक्राइब-लॉन्ग टर्म रेटिंग की सिफारिश की है। ब्रोकरेज ने कहा, "इस इश्यू की वैल्यूएशन पूरी तरह से उचित है। कंपनी की मजबूत क्षेत्रीय उपस्थिति, प्रमुख प्रोडक्ट कैटेगरीज में लीडरशिप, एक्सटेंसिव डिस्ट्रीब्यूशन रीच और B2C ऑपरेशंस पर रणनीतिक फोकस इसके सकारात्मक पहलू हैं।"
ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स वित्त वर्ष 2025 में वैल्यू के मामले में गेहूं के पैकेज्ड आटे का तीसरा सबसे बड़ा ब्रांड होगा। ब्रोकरेज का कहना है, "पूर्वी भारत में मैदा, सूजी और दलिया जैसे गेहूं बेस्ड डेरिवेटिव्स में कंपनी की सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी है। कंपनी चना बेस्ड पैकेज्ड आटा प्रोडक्ट्स में भी टॉप 2 कंपनियों में से एक है। इसकी पूर्वी भारत में सत्तू में लगभग 43.4% और बेसन में 4.9% बाजार हिस्सेदारी है। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में, कंपनी गेहूं बेस्ड प्रोडक्ट्स में लगभग 40.5% वैल्यू शेयर रखती है।
हालांकि, एचडीएफसी सिक्योरिटीज का यह भी कहना है कि गणेश कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को लेकर प्रमुख चिंताओं में इसका कर्ज में होना, मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस में किसी भी तरह की मंदी या रुकावट या मौजूदा या भविष्य की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज का कम इस्तेमाल, आदि शामिल हैं।
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।