ICICI Prudential AMC IPO: 12 दिसंबर से खुलेगा ₹10603 करोड़ का इश्यू, क्या लगाना चाहिए पैसा?
ICICI Prudential AMC IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा QIB के लिए रिजर्व है। 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान मुनाफा सालाना आधार पर 21.9 प्रतिशत बढ़कर 1618 करोड़ रुपये रहा
ICICI Prudential AMC IPO पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल वाला इश्यू है।
ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी का पब्लिक इश्यू शुक्रवार, 12 दिसंबर को लॉन्च होने जा रहा है। इसमें 16 दिसंबर तक निवेश किया जा सकेगा। IPO से पहले UK की प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स ने कंपनी में अपनी 4.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है। बिक्री की वैल्यू 4815.1 करोड़ रुपये की रही। प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन, प्रूडेंशियल पीएलसी का हिस्सा है। ICICI प्रूडेंशियल AMC, ICICI Bank और प्रूडेंशियल पीएलसी का जॉइंट वेंचर है। 10 पॉइंट्स में जानते हैं आने वाले IPO की डिटेल...
कितना साइज और प्राइस बैंड
ICICI प्रूडेंशियल AMC का IPO 10,602.65 करोड़ रुपये का रहने वाला है। इसका प्राइस बैंड 2,061-2,165 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। लॉट साइज 6 शेयर है।
IPO में केवल ऑफर-फॉर-सेल
यह पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल वाला इश्यू है। इसमें प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन होल्डिंग्स की ओर से 4.89 करोड़ शेयरों (प्री-ऑफर पेड-अप इक्विटी के 9.9 प्रतिशत के बराबर) को बिक्री के लिए रखा जाएगा। नए शेयर जारी नहीं होंगे।
कब होगी लिस्टिंग
इस इश्यू में एंकर निवेशक 11 दिसंबर को बोली लगा सकते हैं। 16 दिसंबर को IPO बंद होगा। इसके बाद अलॉटमेंट 17 दिसंबर को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग 19 दिसंबर को BSE, NSE पर होगी।
कितना हिस्सा रिजर्व
IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है। 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। कंपनी ने ICICI बैंक के शेयरहोल्डर्स के लिए कुल ऑफर में से 24.48 लाख इक्विटी शेयर रिजर्व रखे हैं।
अब प्रूडेंशियल पीएलसी के पास कितनी हिस्सेदारी
हिस्सेदारी बेचने के बाद ICICI प्रूडेंशियल AMC में प्रूडेंशियल पीएलसी की शेयरहोल्डिंग पहले के 49 प्रतिशत से घटकर 44.5 प्रतिशत हो गई है। वहीं ICICI बैंक की शेयरहोल्डिंग 51 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गई है। IPO के बाद प्रूडेंशियल की शेयरहोल्डिंग मौजूदा 44.5 प्रतिशत से घटकर 34.6 प्रतिशत रह जाएगी।
ICICI प्रूडेंशियल AMC का अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान मुनाफा सालाना आधार पर 21.9 प्रतिशत बढ़कर 1618 करोड़ रुपये रहा। रेवेन्यू 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2949.4 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 2,650.7 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। यह एक साल पहले के मुनाफे 2,049.7 करोड़ रुपये से 29.3 प्रतिशत ज्यादा है। रेवेन्यू 32.4 प्रतिशत बढ़कर 4,977.3 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 में 3,758.2 करोड़ रुपये था।
ग्रे मार्केट प्रीमियम
ICICI Prudential AMC के शेयर ग्रे मार्केट में ₹125 या 5.77% के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।
क्या करना चाहिए सब्सक्राइब
INVasset PMS के रिसर्च एनालिस्ट कल्प जैन का कहना है, "म्यूचुअल फंड्स में बढ़ती भागीदारी, SIP के लगातार बने हुए फ्लो और बचत के गहरे फाइनेंशियलाइजेशन से एसेट-मैनेजमेंट इंडस्ट्री के लिए लॉन्ग-टर्म रेवेन्यू विजिबिलिटी मजबूत हो रही है। कंपनी की परफॉर्मेंस एसेट्स अंडर मैनेजमेंट, फीस यील्ड और ऑपरेटिंग लेवरेज के ट्रेंड से जुड़ी हुई है, खासकर जब इक्विटी मिक्स बढ़ता है। स्टॉक के लिस्ट होने के बाद इन फैक्टर्स पर हेडलाइन ऑफर साइज से ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। प्री-लिस्टिंग सेंटिमेंट पॉजिटिव बना हुआ है। लेकिन लगातार ग्रोथ इस बात पर निर्भर करेगी कि बिजनेस कितने प्रभावी ढंग से AUM, प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाता है और कंपनी को कितने कड़े कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ता है।"
बोनांजा के रिसर्च एनालिस्ट अभिनव तिवारी का कहना है कि कंपनी भारत के सबसे मजबूत एसेट मैनेजर्स में से एक है। इसके पास मार्च 2025 तक 8.8 लाख करोड़ रुपये का दूसरा सबसे बड़ा AUM बेस है। इसका कुल इंडस्ट्री में 13% हिस्सा है और यह 13.3% हिस्सेदारी के साथ एक्टिव फंड मैनेजमेंट में लीड करती है। इक्विटी फंड्स में इसकी स्थिति और भी मजबूत है। इसकी 135 स्कीमों की बास्केट कंसंट्रेशन रिस्क को कम करने में मदद करती है, क्योंकि कोई भी एक स्कीम कुल AUM में 7% से ज्यादा योगदान नहीं देती है।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस एक मुख्य ताकत बनी हुई है। ICICI प्रूडेंशियल AMC ने FY25 में 46.8 अरब रुपये का ऑपरेटिंग रेवेन्यू देखा, जो 4 सालों में 24% CAGR की दर से बढ़ा है। लिस्टेड कॉम्पिटीटर्स में और किसी का रेवेन्यू इतनी तेजी से नहीं बढ़ा। 52 bps की रेवेन्यू यील्ड भी HDFC AMC और Nippon AMC जैसे कॉम्पिटिटर्स से ज्यादा है। FY25 में शुद्ध मुनाफा 26.5 अरब रुपये रहा। कंपनी की वैल्यूएशन भी सही लग रही है। इसके मजबूत फंडामेंटल्स, शुद्ध मुनाफे में लगातार ग्रोथ और बेहतर रिटर्न को देखते हुए ग्रोथ की संभावनाएं अच्छी बनी हुई हैं। कंपनी को एक मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और अनुभवी मैनेजमेंट टीम से भी फायदा मिलता है।
नजर रखे जाने वाले मुख्य जोखिमों में बढ़ता कॉम्पिटिशन, कुछ इक्विटी कैटेगरी में मिली-जुली परफॉर्मेंस, और पैसिव इनवेस्टिंग की हिस्सेदारी ज्यादा होने पर फीस यील्ड पर लॉन्ग-टर्म दबाव शामिल हैं। कुल मिलाकर IPO मजबूत स्केल, प्रॉफिटेबिलिटी और स्थिर ग्रोथ विजिबिलिटी के कारण सही वैल्यू वाला लग रहा है।
विभावंगल अनुकूलकारा के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ मौर्य का कहना है, "ICICI प्रूडेंशियल AMC का IPO एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल, डायवर्सिफाइड AUM बेस और मजबूत ऑपरेटिंग लेवरेज का एक दुर्लभ कॉम्बिनेशन है। ये ऐसी खासियतें हैं, जो कंपनी को अभी भारत के फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में लीडर बनाती हैं। नतीजतन, यह स्टॉक उन बड़े निवेशकों को पसंद आ सकता है जो लंबे समय के लिए शेयर को होल्ड करना चाहते हैं। साथ ही कंपनी के बड़े मार्केट शेयर और बढ़ते रिटेल पार्टिसिपेशन को देखते हुए, हाई-ग्रोथ वाले बिजनेस के बजाय स्टेबल कैश-फ्लो वाले बिजनेस की तलाश में हैं। लिस्टिंग के बाद शेयर की परफॉर्मेंस म्यूचुअल फंड इनफ्लो, रेगुलेटरी माहौल और AMC की कमाई पर निवेशकों के भरोसे पर निर्भर करेगी। इसलिए, सावधानी से आशावादी रहना और लॉन्ग-टर्म नजरिया रखना सही तरीका होगा।"
ICICI प्रूडेंशियल AMC के लिस्टेड कॉम्पिटीटर्स में HDFC AMC, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट, UTI AMC, और आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC शामिल हैं।
IPO के लिए मर्चेंट बैंकर और रजिस्ट्रार
ICICI प्रूडेंशियल AMC के IPO को सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, BofA सिक्योरिटीज इंडिया, एक्सिस कैपिटल, CLSA इंडिया, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, SBI कैपिटल मार्केट्स, ICICI सिक्योरिटीज समेत 18 मर्चेंट बैंकर मैनेज कर रहे हैं। रजिस्ट्रार Kfin Technologies Ltd. है।
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