KFin Technologies IPO : जल्द पब्लिक मार्केट में उतरने जा रही केफिन टेक्नोलॉजिस ने हाल में गोल्डमैन सैक्स फंड्स, कारमिग्नैक फोर्टफोलियो, अबेरदीन स्टैंडर्ड एसआईसीएवी, सिटी ग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरिशस, मॉर्गन स्टैनली और कॉप्थल मॉरिशस इनवेस्टमेंट सहित 44 इनवेस्टर्स से हाल में 675 करोड़ रुपये जुटाए हैं। रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंसी केफिन टेक के इश्यू में सिर्फ ऑफर फॉर सेल शामिल है। स्टॉक एक्सचेंजेज से मिली जानकारी के मुताबिक, पहले दिन 19 दिसंबर को 1,500 करोड़ रुपये का यह इश्यू 0.55 गुना सब्सक्राइब हुआ है।
KFin Technologies म्यूचुअल फंड्स को ट्रांजेक्शन और प्रोसेसिंग जुड़े सॉल्युशंस उपलब्ध कराती है। 40 लाख करोड़ रुपये की भारतीय एमएफ इंडस्ट्री में कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सिस्टम्स (CAMS) उसकी तगड़ी राइवल है।
इन फंड हाउसेज ने किया निवेश
KFin Technologies ने बताया कि एंकर इनवेस्टर्स को कुल 1.84 करोड़ इक्विटी शेयरों के अलोकेशन में कुल 69 लाख यानी 37.78 फीसदी शेयर 17 स्कीम्स के जरिये आठ घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने खरीदे हैं।
गौर करने की बात है कि इश्यू में सिर्फ उन्हीं फंड हाउस ने निवेश किया है, जो आरएंडटी एजेंट से सेवाएं लेते हैं। इन फंड हाउस में निप्पॉन इंडिया (Nippon India), एक्सिस (Axis), मिराए एसेट (Mirae Asset), एडेलवीज (Edelweiss), यूटीआई (UTI), केनरा रॉबेको (Canara Robeco), मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और सुंदरम (Sundaram) शामिल हैं।
इन फंड हाउस में से Nippon India Mutual Fund ने एक स्कीम के जरिये एंकर राउंड में सबसे ज्यादा 7.41 फीसदी अलोकेशन लिया है। वहीं एक्सि म्यूचुअल फंड ने भी तीन स्कीम्स के जरिये 7.41 फीसदी ही निवेश किया है।
एक म्यूचुअल फंड से जुड़े एग्जीक्यूटिव ने कहा कि आरएंडटी बिजनेस में सिर्फ दो कंपनियां हैं, जबकि शुरुआत 15 से हुई थी। उन्होंने कहा, मेरी राय में आरएंडडी में एक्जिट से जुड़ी कई बाधाएं हैं और एक बार इसमें कदम रखने के बाद आपके लिए इससे निकलना मुश्किल होता है।
ब्रोकरेजेज की इस इश्यू के लिए न्यूट्रल से सब्सक्राइब रेटिंग है। चोलामंडल सिक्योरिटीज के मुताबिक, केफिन टेक्नोलॉजिस एक मल्टी एसेट सर्विसिंग प्लेटफॉर्म है और भारत और साउथ ईस्ट एशिया के बाजारों में ग्रोथ का फायदा उठाने के लिए अच्छी स्थिति है। ब्रोकरेज ने इश्यू के लिए सब्सक्राइब रेटिंग दी है।
केआरचोकसी शेयर्स एंड सिक्योरिटीज ने इश्यू पर न्यूट्रल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने कहा, आईटी में भारी उतार-चढ़ाव या डेटा सिक्योरिटी के उल्लंघन से इसके बिजनेस और प्रतिष्ठा को धक्का लग सकता है। ब्रोकरेज ने कंपनी, सब्सिडियरीज, ग्रुप कंपनियों से जुड़े कुछ कानूनी मामलों पर भी चिंता व्यक्त की। कंपनी के कुछ डायरेक्टर्स के खिलाफ कई अदालतों, ट्रिब्यूनल्स और अथॉरिटीज में मामले लंबित हैं।
क्रेडेंस वेल्थ एडवाइजर्स एलएलपी के फाउंडर और सीईओ कीर्तन शाह का मानना है कि भारत में कैपिटलाइजेशन अभी भी शुरुआती दौर में है। शाह ने आगाह किया कि इसका सबसे निगेटिव फैक्टर कार्वी (Karvy) है, जिसके चलते कंपनी ने अपना नाम बदलकर KFin Tech किया है। कार्वी पहले से ही इनवेस्टर्स के फंड के रखरखाव के गलत तरीकों को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझी हुई है। वहीं कार्वी के पास कंपनी की कुछ हिस्सेदारी है।
मनी कंट्रोल ने कंपनी में कार्वी के एक्सपोजर से जुड़ी क्वेरी को लेकर केफिन टेक्नोलॉजिस के एमडी और सीईओ श्रीकंठ नडेला से संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है।
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