IPO in 2022: यह साल खत्म होने वाला है। इस साल वर्ष 2021 की तुलना में कम इश्यू खुले लेकिन फिर भी पिछले 10 वर्षों में संख्या के मामले में यह तीसरे स्थान पर रहा। वर्ष 2017 में 38 कंपनियों के आईपीओ आए थे और पिछले वर्ष 2021 में 63 कंपनियों के इश्यू खुले थे। इस साल 37 कंपनियों के इश्यू आ चुके हैं और अभी कुछ कंपनियों के आईपीओ अभी खुलने बाकी हैं। लिस्टिंग की बात करें तो इस साल 33 कंपनियों की शेयर मार्केट में एंट्री (BSE-NSE पर लिस्टिंग) हुई है जिसमें से 8 के आईपीओ निवेशक घाटे में हैं जबकि चार आईपीओ के निवेशकों की पूंजी दोगुने से अधिक बढ़ी हुई है। कुछ आईपीओ तो ऐसे भी रहे जिन्होंने लिस्टिंग के दिन आईपीओ निवेशकों का घाटा कराया लेकिन अब उसमें निवेश शानदार ढंग से बढ़ चुकी है।
लिस्टिंग पर घाटा लेकिन अब फायदे में
प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवायजरी सर्विसेज (Prudent Corporate Advisory Services) के शेयर घरेलू मार्केट में 20 मई 2022 को लिस्ट हुए थे और लिस्टिंग के दिन 630 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 562.7 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। पहले ही दिन निवेशक घाटे में पहुंच गए लेकिन अब यह शेयर 1000.50 रुपये के भाव पर है यानी कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 59 फीसदी बढ़ गई है।
रेनबो चिल्ड्रेन्स मेडिकेयर लिस्टिंग के दिन 542 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 450.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। हालांकि अब यह 741.35 रुपये के भाव पर है यानी कि आईपीओ निवेशक 37 फीसदी फायदे में हैं। इसके अलावा एथोस (Ethos), फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस (Fusion Micro Finance) और यूनीपार्ट्स इंडिया (Uniparts India) के शेयर भी लिस्टिंग के दिन इश्यू प्राइस से नीचे बंद हुए थे लेकिन अब निवेशक फायदे में पहुंच चुके हैं।
सबसे अधिक इन आईपीओ में निवेशक फायदे में
इस साल सबसे अधिक Adani Wilmar ने आईपीओ निवेशकों को फायदा पहुंचाया है। इसके शेयर 8 फरवरी 2022 को लिस्ट हुए थे। पहले दिन यह 230 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 265.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ था और अब यह 629.30 रुपये के भाव पर है यानी कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 174 फीसदी बढ़ चुकी है। इसके अलावा वेन्यूज पाइप्स एंड ट्यूब्स (Venus Pipes & Tubes), हरिओम पाइप (Hariom Pipe) और वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस (Veranda Learning Solutions) में आईपीओ निवेशकों की पूंजी दोगुने से अधिक बढ़ चुकी है।
8 कंपनियों के आईपीओ निवेशक हैं घाटे में
इस साल 33 कंपनियों के शेयर बीएसई पर लिस्ट हुए हैं जिसमें से आठ में निवेशकों की पूंजी फिलहाल घटी है। सबसे अधिक घाटा एजीएस ट्रांजैक्ट टेक (AGS Transact Tech) ने कराया है। इसके शेयर 31 जनवरी को लिस्ट हुए थे और लिस्टिंग के दिन भी यह 175 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 161.3 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। इस समय यह 69.40 रुपये के भाव पर है यानी कि आईपीओ निवेशकों की 60 फीसदी से अधिक पूंजी घट चुकी है।
इसके अलावा डेल्हीवरी (Delhivery), उमा एक्सपोर्ट्स (Uma Exports), आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज (Inox Green Energy Services), एलआईसी (LIC), कीस्टोन रीयल्टर्स (Keystone Realtors), धर्मज क्रॉप गार्ड (Dharmaj Crop Guard) और तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक (Tamilnad Mercantile Bank) के शेयरों में आईपीओ निवेशकों की पूंजी घट चुकी है। इसमें से डेल्हीवरी, उमा एक्सपोर्ट्स, कीस्टोन रीयल्टर्स और धर्मज क्रॉप के शेयर पहले दिन इश्यू प्राइस के मुकाबले गेन्स के साथ बंद हुए थे।