Leela Palaces, Hotels & Resorts IPO: लग्जरी होटल चेन लीला पैलेसेज, होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के 5000 करोड़ रुपये के IPO के लिए श्लॉस बैंगलोर ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी को ड्राफ्ट पेपर्स जमा कर दिए हैं। श्लॉस बैंगलोर, लीला ब्रांड के तहत पैलेस, होटल्स और रिसॉर्ट ऑपरेट करती है। इस साइज के साथ यह देश के होटल सेक्टर में अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा।
लीला पैलेसेज को साल 1986 में सीपी कृष्णन नायर ने शुरू किया था। वर्तमान में इसका मालिकाना हक ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के निवेश वाले रियल एस्टेट फंड के पास है। लीला ब्रांड के पैलेस, होटल्स और रिसॉर्ट नई दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, उदयपुर, जयपुर, गुरुग्राम, मुंबई समेत देश में 12 जगहों पर मौजूद हैं। इन 12 होटल्स में से 5 कंपनी के मालिकाना हक वाले होटल हैं, 6 को होटल मैनेजमेंट एग्रीमेंट्स के जरिए मैनेज किया जाता है और 1 होटल का मालिकाना हक और ऑपरेशंस फ्रेंचाइजी अरेंजमेंट के तहत थर्ड पार्टी के पास है।
ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक, IPO में 3000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। साथ ही 2000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल रहेगा। प्रमोटर प्रोजेक्ट बैले बैंगलोर होल्डिंग्स (DIFC) ओएफएस में शेयर बेचेगी। लीला पैलेसेज रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले प्री-IPO फंडिंग राउंड में 600 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
IPO में नए शेयर जारी करके हासिल हुए पैसों में से 2700 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी अपना और सब्सिडियरीज का कर्ज चुकाने के लिए करेगी। लीला पैलेसेज पर मई 2024 के आखिर तक 4,052.5 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड डेट था। बाकी बचे पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
11 इनवेस्टमेंट बैंक मैनेज करेंगे शेयर सेल
कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल, बोफा सिक्योरिटीज, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन, एक्सिस कैपिटल, सिटी, ICICI सिक्योरिटीज, IIFL कैपिटल, मोतीलाल ओसवाल और SBI कैप्स सहित 11 इनवेस्टमेंट बैंक, शेयर बिक्री को मैनेज करेंगे। इश्यू के लिए केफिन टेक्नोलोजिज रजिस्ट्रार है।
Leela Palaces के घाटे में गिरावट
पिछले कुछ सालों में कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार हुआ है। लीला पैलेसेज ने वित्त वर्ष 2024 में 2.1 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का घाटा 61.7 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2022 में 319.8 करोड़ रुपये था। हालांकि वित्त वर्ष 2025 के पहले दो महीनों यानि कि अप्रैल और मई में घाटा 36.4 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू 36.2 प्रतिशत बढ़कर 1,171.5 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023 में रेवेन्यू 860 करोड़ रुपये रहा था।