Mankind Pharma (MPL) के IPO को लेकर एनालिस्ट्स बुलिश हैं। कंपनी का आईपीओ 25 अप्रैल को खुल गया है। कंपनी इस इश्यू से 4,326 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। काफी समय बाद किसी बड़ी कंपनी का आईपीओ मार्केट में खुला है। MPL कई तरह के फॉर्मुलेशंस डेवलप और मैन्युफैक्चर करती है। इसके पास कई कंज्यूमर हेल्थकेयर ब्रांड्स भी हैं। अभी इसके पास करीब 36 ब्रांड्स हैं। इनमें Manforce, Prega News, Unwanted-72, Moxikind और Nurokind जैसे कुछ बड़े ब्रांड्स भी हैं। इनमें से कुछ अपने-अपने सेगमेंट में टॉप 10 ब्रांड्स में भी शामिल हैं।
रेवेन्यू का 97 फीसदी हिस्सा घरेलू बाजार से
Mankind के साथ एक अच्छी बात यह है कि इसका फोकस पूरी तरह से घरेलू बाजार पर है। इसके कुल रेवेन्यू में घरेलू बाजार की हिस्सेदारी 97.6 फीसदी है। आदित्य बिड़ला कैपिटल के रिसर्च एनालिस्ट मिहिर बी मानेक ने कहा कि हमारा मानना है कि MPL की मार्केट लीडरशिप और ब्रांड रिकॉग्निशन उसकी ग्रोथ में मददगार साबित होगी। कंपनी के मैनेजमेंट ने हाल में Panacea Biotech formulations पर दांव लगाया है। इसका भी फायदा कंपनी को मिलने की उम्मीद है। उन्होंने इस आईपीओ में इनवेस्ट करने की सलाह इनवेस्टर्स को दी है।
एंकर इनवेस्टर्स से 1,297.9 करोड़ रुपये जुटाए
इस आईपीओ में शेयर के लिए 1,026-1,080 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। कंपनी ने आम निवेशकों के लिए आईपीओ खुलने से ठीक पहले एंकर इनवेस्टर्स से 1,297.9 करोड़ रुपये जुटाए। इनमें CPPIB, GIC, ADIA, Fidelity, Goldman Sachs और Blackrock जैसे बड़े इनवेस्टर्स शामिल हैं। मानेक का कहना है कि प्राइस बैंड के हायर लेवल पर यह शेयर FY23 की अनुमानित EPS के करीब 33 गुना पर उपलब्ध है। FY22 में मैनकाइंड का डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.09 गुना है। इसकी नेट वर्किंग कैपिटल साइकिल 49 दिन थी।
रेवेन्यू की सालाना ग्रोथ 15 फीसदी
केनरा बैंक सिक्योरिटीज में रिसर्च एनालिस्ट अक्षय आर प्रधान ने इस इश्यू में निवेश करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि लंबी अवधि के लिए इनवेस्टर्स इस इश्यू में निवेश कर सकते हैं। FY20-22 में कंपनी के रेवेन्यू की औसत सालाना ग्रोथ 15 फीसदी रही। EBITDA Margin 25-27 फीसदी रहा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि FY23 के 9 महीनों में API की ऊंची कीमतों का असर मार्जिन पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि बेहतर रिटर्न रेशियो को देखते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले इस शेयर की वैल्यूएशन सही दिखाई देती है।
कंपनी को नहीं मिलेगी कोई रकम
इस इश्यू में सिर्फ ऑफर फॉर सेल शामिल है। यह चार करोड़ शेयरों का है। इसका मतलब है कि इस इश्यू में कंपनी नए शेयर जारी नहीं करेगी। इस वजह से इश्यू से मिलने वाली पूरी रकम इसके मौजूदा शेयरहोल्डर्स और इनवेस्टर्स की जेब में जाएगी। कंपनी को कोई पैसा नहीं मिलेगा। कुछ एनालिस्ट्स का कहना है कि यह कुछ कंजरवेटिव इनवेस्टर्स के लिए चिंता की बात हो सकती है। लेकिन, कंपनी के अच्छे फ्यूचर को देखते हुए इस तरह की चिंता का ज्यादा महत्व नहीं है।
ICICI Direct के सिद्धांत खांडेकर ने कहा, "मैनकाइंड को डोमेस्टिक ब्रांडेड फॉर्मुलेशंस में उसकी मजबूत मौजूदगी का फायदा मिलेगा। कंपनी का जोर सस्ते प्रोडक्ट्स ऑफरिंग पर रहा है।" उन्होंने कहा कि दो चीजों का कंपनी को फ्यूचर में फायदा मिलने की उम्मीद है। पहला, इसे हाल में एक्वायर किए गए प्रोडक्ट्स और अपने पावर ब्रांड्स में बैकवॉर्ड इंडिग्रेशन का फायदा मिलेगा। दूसरा, व्यापक थीम वाले घरेलू ब्रांडेड फॉर्मुलेशंस से भी इसे मदद मिलेगी।