Meesho IPO: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो का पब्लिक इश्यू 3 दिसंबर को खुलने जा रहा है। इसके लिए प्राइस बैंड 105-111 रुपये प्रति शेयर सेट किया गया है। IPO में 4250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 10.55 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। IPO का साइज 5421 करोड़ रुपये है। एंकर इनवेस्टर 2 दिसंबर को बोली लगा सकेंगे। इश्यू की क्लोजिंग 5 दिसंबर को होगी। इसके बाद अलॉटमेंट 8 दिसंबर को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग BSE, NSE पर 10 दिसंबर को हो सकती है।
मीशो ने अपने IPO के लिए इस साल जुलाई में कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट पेपर जमा किए थे। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI से मंजूरी अक्टूबर 2025 में मिली। कंपनी के प्रमोटर विदित आत्रे और संजीव कुमार हैं। पब्लिक इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली, एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप, बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। रजिस्ट्रार, Kfin Technologies Ltd. है।
OFS में कौन करेगा शेयर बिक्री
मीशो IPO में OFS के तहत कंपनी के प्रमोटर विदित आत्रे और संजीव कुमार शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे। साथ ही शेयरहोल्डर पीक XV पार्टनर्स, एलिवेशन कैपिटल V लिमिटेड, वेंचर हाईवे सीरीज 1, गोल्डन समिट लिमिटेड, वाई कॉम्बिनेटर कॉन्टिन्यूटी होल्डिंग I LLC, सरीन फैमिली इंडिया LLC और जेमिनी इनवेस्टमेंट्स भी शेयर बेचेंगे। इसके अलावा मैन हे टैम भी OFS में हिस्सेदारी बिक्री करेंगे।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपनी सब्सिडियरी MTPL में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश के लिए, सैलरी के पेमेंट के लिए, MTPL में निवेश के लिए, एक्वीजीशन और अन्य स्ट्रैटेजिक पहलों के जरिए इनऑर्गेनिक ग्रोथ की फंडिंग के लिए करेगी। बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए रहेंगे। IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
मीशो अभी तक प्रॉफिट में नहीं है। इसने अमेरिका के डेलावेयर से भारत में अपना बेस शिफ्ट किया है। इससे जुड़े खर्चों के चलते वित्त वर्ष 2025 में इसका घाटा बढ़ गया। वित्त वर्ष 2025 में मीशो का शुद्ध घाटा 305 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,941 करोड़ रुपये हो गया। टैक्स और असाधारण मदों से पहले के घाटे को छोड़कर, वित्त वर्ष 2025 में मीशो का शुद्ध घाटा 108 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में, मीशो का शुद्ध घाटा 289 करोड़ रुपये था। कंपनी पर कोई उधारी नहीं है।
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