Sula Vineyards IPO: देश की सबसे बड़ी वाइन कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) लिस्ट होने की तैयारी में है। इसका आईपीओ अगले हफ्ते खुलने वाला है। इसे लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स बहुत उत्साहित हैं क्योंकि अभी तक घरेलू मार्केट में कोई भी वाइन कंपनी लिस्ट नहीं है। इक्विरस सिक्योरिटीज के एक एनालिस्ट रोनक सोनी का कहना है कि सुला के घरेलू मार्केट में लिस्ट होने से वाइन सेग्मेंट लाइमलाइट में आ जाएगा। रोनक के मुताबिक यह सेग्मेंट तेजी से आगे बढ़ रहा है। अभी देश में एल्कोहल खपत के मामले में वाइन का महज एक फीसदी हिस्सा है यानी कि इसकी ग्रोथ की गुंजाइश काफी अधिक है। सुला की घरेलू वाइन मार्केट में 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।
युवाओं में तेजी से बढ़ रही Sula Vineyards की लोकप्रियता
सुला 26 साल पुरानी कंपनी है। एक स्वतंत्र एल्कोहलिक बेवरेज कंसल्टेंट अभय केवडकर का कहना है कि जब इसने बाजार में प्रवेश किया था तो इसे 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए कंपनी माना जा रहा था। हालांकि सुला ने युवाओं को टारगेट करते हुए बाजार के सभी अनुमानों को पलट दिया। इसने युवाओं को टारगेट करते हुए टेस्टिंग रूम्स खोले हैं और सालाना म्यूजिक फेस्टिवल आयोजित करती है ताकि वाइन फैशनेबल बन सके।
सेबी के पास दाखिल सुला के ड्राफ्ट के मुताबिक एल्कोहल ड्रिंक के लिए भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मार्केट है और दो साल पहले 2020 में यह 3300 करोड़ डॉलर का था। हालांकि इसमें वाइन की हिस्सेदारी महज 1 फीसदी थी यानी कि वाइन के लिए ग्रोथ की बहुत गुंजाइश है। सुला का अनुमान है कि वर्ष 2025 में देश में वाइन की बिक्री 2021 के लेवल से करीब 70 फीसदी तक बढ़ जाएगी। कंपनी के मुताबिक सोशल मीडिया ने उसकी ग्रोथ में अहम योगदान दिया है और उसका दावा है कि वैश्विक स्तर पर इंस्टाग्राम पर सबसे अधिक फॉलो होने वाले वाइनयार्ड्स में सुला भी शुमार है।
Sula Vineyards IPO की डिटेल्स
सुला का 960 करोड़ रुपये का आईपीओ अगले हफ्ते 12-14 दिसंबर के बीच खुलेगा। इस इश्यू के तहत कोई भी नया शेयर जारी करने की योजना नहीं है यानी कि यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) इश्यू होगा। इस आईपीओ के लिए 340-357 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड और 42 शेयरों का लॉट साइज फिक्स किया गया है। शेयरों का अलॉटमेंट 19 दिसंबर को फाइनल होगा और लिस्टिंग 22 दिसंबर को हो सकती है।
ग्रे मार्केट में प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे शेयर
ग्रे मार्केट में इसके शेयर 34 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर ट्रेड हो रहे हैं। हालांकि जानकारों के मुताबिक सिर्फ ग्रे मार्केट से मिले संकेतों के आधार पर निवेश करना सही नहीं है। इसकी बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर फैसला लेना चाहिए।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
सुला नासिक की कंपनी है। इसके नासिक और बेंगलुरू में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। जनवरी तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इसकी उत्पादन क्षमता 1.3 करोड़ लीटर वाइन बनाने की है जिसमें से 1.1 करोड़ लीटर नासिक में तैयार होता है। घरेलू वाइन मार्केट में इसकी दमदार मौजूदगी है। वाइन के अलावा सुला को दो वाइन रिजॉर्ट्स- बियांड सुला और द सोर्स ऐट सुला, के जरिए भी रेवेन्यू हासिल होता है। इसके अलावा कंपनी ने इंटरनेशनल ब्रांड्स Grand Noir, Hardys, Beluga Vodka इत्यादि के साथ विदेशी वाइन की देश में बिक्री के लिए डीलरशिप एग्रीमेंट किया हुआ है। कंपनी के वाइन सेग्मेंट का 50 फीसदी रेवेन्यू महाराष्ट्र और कर्नाटक से आता है।