NHAI News: नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने एक नए हाईवेज इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) के आईपीओ पर काम तेज कर दिया है। इसके ₹10 हजार करोड़ के आईपीओ के लिए एनएचएआई ने एडवाइजर्स यानी सलाहकारों की नियुक्ति शुरू कर दी है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस प्रस्तावित आईपीओ के लिए एसबीआई कैपिटल मार्केट्स मुख्य वित्तीय सलाहकार के तौर पर चुना गया है। इसके अलावा एनएचएआई ने बिडिंग प्रोसेस के जरिए सौदे के लिए कानूनी सलाहकार के तौर पर कानूनी फर्म जेएसए को नियुक्त किया है।
इन सलाहकारों का काम ट्रस्ट सेटअप करने, ट्रांसफर करने के लिए एसेट्स की पहचान और इंफ्रा इंवेस्टमेंट ट्रस्ट के सेटअप से जुड़ी कानूनी और नियामकीय कार्यों को पूरा करने में मदद करना है। शेयरों की बिक्री के लिए डॉक्यूमेंट्स फाइलिंग से पहले तक और बैंकर्स और कानूनी फर्म जैसे एडवाइजर्स जोड़े जाएंगे। एनएचएआई की प्रोजेक्ट्स को मोनेटाइज करने के लिए पब्लिक मार्केट में जाने की योजना ऐसे समय में आई है जब घरेलू निवेशकों की बढ़ती मांग के चलते बड़ी संख्या में इंवेस्टमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (InvITs) के आईपीओ आ रहे हैं।
पहली बार NHAI देगी खुदरा निवेशकों को मौका
एनएचएआई एक नए हाईवेज इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) का आईपीओ ला रहा है और यह पहली बार होगा जब यह अपने एसेट मोनेटाइजेशन की कोशिशों में खुदरा निवेशकों को भी शामिल करेगी और यह इसका दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) है। अभी यह एक प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट नेशनल हाईवेज इंफ्रा ट्रस्ट (NHIT) चला रही है जिसकी कमान वैश्विक निवेशकों सीपीपी इंवेस्टमेंट्स और ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान के पास है।
सफल एसेट मोनेटाइजेशन के तौर पर उभर रहा InvITs
एनएचएआई के लिए इंफ्रा इंवेस्टमेंट ट्रस्ट टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर रूट के अलावा एसेट मोनेटाइजेशन के सफल रास्ते के तौर पर उभरा है। इससे एनएचएआई को नए प्रोजेक्ट्स डेवलप करने के लिए पैसे जुटाने में मदद मिली है। इंफ्रास्टक्चर ट्रस्ट पब्लिक ऑफरिंग एनएचएआई की मोनेटाइजेशन स्ट्रैटेजी में एक और टूल जोड़ती है जिससे इसे खुदरा निवेशकों से समेत निवेशकों के बड़े हिस्से को आकर्षित करने में मदद मिलती है। इससे पहले मार्च में एनएचएआई ने इंफ्रा इंवेस्टमेंट ट्रस्ट के मोनेटाइजेशन का चौथा राउंड बंद किया था जिसमें इसने नेशनल हाईवेज़ इंफ्रा ट्रस्ट को ₹18,380 करोड़ मूल्य के रोड प्रोजेक्ट बेचे। भारत में रोज सेक्टर में यह सबसे बड़ा लेन-देन था। चार बार मोनेटाइजेशन के जरिए एनएचएआई ₹46 हजार करोड़ से अधिक जुटा चुकी है और एनएचआईटी करीब ₹8340 करोड़।