SMEs IPO News: आमतौर पर आईपीओ खुलने से पहले कुछ शेयरों को एंकर निवेशकों को बिक्री के लिए रखा जाता है। अब सामने आ रहा है कि इस साल छोटी और मंझली कंपनियों (SMEs) के जितने आईपीओ आए, उसमें अधिकतर में कुछ ही एंकर बुक का निवेशकों का दबदबा अधिक रहा। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों से सामने आया है कि कुछ निवेशकों ने कई आईपीओ के एंकर बुक में हिस्सा लिया। इन आंकड़ों के मुताबिक इस साल 100 से अधिक एसएमईज के आईपीओ में एंकर निवेशकों ने हिस्सा लिया। इसमें भी टॉप के पांच निवेशकों का नाम 20% से अधिक आईपीओ के एंकर बुक में आया और टॉप के तीन निवेशकों की करीब 30% एंकर बुक में हिस्सेदारी रही। यह खुलासा प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों से हुआ है।
SME IPO: किन एंकर निवेशकों का रहा दबदबा?
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक विकासा कैपिटल (Vikasa Capital), राजस्थान ग्लोबल सिक्योरिटीज (Rajasthan Global Securities), सेंट कैपिटल फंड (Saint Capital Fund), अर्थ एआईएफ ग्रोथ फंड (Aarth AIF Growth Fund) और एनएवी कैपिटल वीसीसी-एनएवी कैपिटल एमर्जिंग स्टार फंड (AV Capital VCC-NAV Capital Emerging Star Fund) जैसे संस्थागत निवेशकों ने एसएमई आईपीओ में बड़े दांव लगाए। इन्होंने इस साल खुले करीब 20% आईपीओ के एंकर बुक में हिस्सा लिया। विकासा कैपिटल और राजस्थान ग्लोबल सिक्योरिटीज की बात करें तो दोनों ने इस साल 31 अगस्त तक लॉन्च हुए एसएमई आईपीओ में कुल एंकर बुक का 30% से अधिक हिस्सा हासिल कर लिया। सेंट कैपिटल फंड को भी 28% से अधिक एंकर बुक में शेयर अलॉट हुए।
इस साल अब तक एसएमई के 106 एसएमई में करीब ₹1,522 करोड़ का एंकर बुक था। इन निवेशकों को जिन आईपीओ के एंकर बुक में हिस्सा मिला, उनमें सबसे आगे विकासा रहा जिसका हिस्सा 34 एसएमई आईपीओ में रहा। इसके बाद राजस्थान ग्लोबल सिक्योरिटीज का हिस्सा 32 और सेंट कैपिटल फंड का 30 एसएमई आईपीओ के एंकर बुक में हिस्सा रहा। इस साल 2025 में खुले एसएमई के आईपीओ के करीब 30% एंकर बुक में ये तीनों निवेशक शामिल रहे।
SEBI की भी पड़ चुकी है नजर
कुछ ही एंकर निवेशकों को शेयर मिलने पर सेबी की भी नजर पड़ चुकी है। असामान्य रूप से हाई सब्सक्रिप्शन और भारी-भरकम लिस्टिंग गेन और फिर शेयरों की कीमतों में तेज गिरावट जैसे अहम वजहों ने बाजार नियामक सेबी का ध्यान इस तरफ खींचा है। सेबी के अधिकारी पहले ही इस बात को कह चुके हैं कि कुछ ही निवेशकों को एसएमई के आईपीओ के एंकर बुक में शेयर अलॉट हो रहे हैं। कुछ समय पहले सेबी ने बीएसई और एनएसई के साथ मिलकर एसएमई आईपीओ के लिए नियमों को सख्त कर दिया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।