ओला इलेक्ट्रिक (OLA Electric) और फर्स्टक्राई (Firstcry) के आईपीओ का लंबे समय से आईपीओ निवेशक इंतजार कर रहे थे। अब जब इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई तो इसने आईपीओ निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया। हालांकि सिर्फ आईपीओ निवेशकों को ही छप्परफाड़ रिटर्न नहीं मिला है बल्कि ओला इलेक्ट्रिक और फर्स्टक्राई के आईपीओ से इनवेस्टमेंट बैंकों की भी ताबड़तोड़ कमाई हुई। इनवेस्टमेंट बैंकों ने इस साल के जो सबसे बड़े आईपीओ में शुमार इन दोनों कंपनियों के आईपीओ से 241.41 करोड़ रुपये की फीस वसूली। ओला इलेक्ट्रिक से तो इनवेस्टमेंट बैंकों ने जो फीस वसूली, वह इस साल का रिकॉर्ड लेवल रहा और फर्स्टक्राई का आईपीओ इस मामले में दूसरे नंबर पर रहा।
Ola Electric और Firstcry के IPO से कितनी मिली फीस?
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ से इनवेस्टमेंट बैंक को 145.04 करोड़ रुपये की फीस मिली। फीस के मामले में ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ इनवेस्टमेंट बैंकों के लिए इस साल का सबसे बड़ा इश्यू रहा। सेबी फाइलिंग्स के मुताबिक फर्स्टक्राई के आईपीओ से इनवेस्टमेंट बैंकों को 96.37 करोड़ रुपये की फीस मिली और इस हिसाब से यह इस साल का दूसरा सबसे बड़ा इश्यू रहा। ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को कोटक महिंद्रा कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, सिटीग्रुप गोल्डमैन सैक्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और बीओबी कैपिटल मार्केट्स ने मैनेज किया। वहीं फर्स्टक्राई के आईपीओ को कोटक, मॉर्गन स्टैनले, बोफा सिक्योरिटीज, जेएम फाइनेंशियल और एवेंडुस ने मैनेज किया।
सिर्फ दो आईपीओ से ही हो गई 20% कमाई
प्राइम डेटाबेस पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक इस साल 44 आईपीओ से इनवेस्टमेंट बैंकों को 1214 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। इसमें से 20 फीसदी फीस तो सिर्फ दो कंपनियों-ओला इलेक्ट्रिक और फर्स्टक्राई के आईपीओ से ही मिल गया। इन दोनों के अलावा इनवेस्टमेंट बैंकों को गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस से 70.19 करोड़ रुपये, आधार हाउसिंग फाइनेंस से 56.29 करोड़ रुपये और एकम्स ड्रग्स एंड फार्मा से 55.88 करोड़ रुपये की फीस मिली। इस साल सात महीने में आईपीओ से जितनी कमाई इनवेस्टमेंट बैंकों से हुई है, उससे थोड़ा ही अधिक पिछले साल था। पिछले साल 2023 में 57 आईपीओ से बैंकर्स को 1308 करोड़ रुपये की फीस मिली थी।