हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल टेक स्टार्टअप ओयो आईपीओ (OYO IPO) लाने की तैयारी कर रही है और इससे पहले इसने एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। इसके लिए पिछली तिमाही जनवरी-मार्च 2023 काफी शानदार रही। पहली बार इसका कैश फ्लो पॉजिटिव हुआ है। ओयो ने एंप्लॉयीज को प्रेजेंटेशन में ये बातें बताई। इस प्रेजेंटेशन में ओयो ने खुलासा किया कि मार्च तिमाही में इसे 90 करोड़ रुपये का कैश फ्लो सरप्लस हुआ। इसका असर कंपनी के पूरे वित्त वर्ष 2023 के नतीजों पर दिख सकता है। इसका एडजस्टेड EBITDA करीब 245 करोड़ रुपये हो सकता है और ऐसा होने पर OYO के लिए वित्त वर्ष 2022-23 मुनाफे का पहला साल होगा। इसे 2013 में रितेश अग्रवाल ने शुरू किया था।
ओयो के एडजस्टेड EBITDA में यह बढ़ोतरी इसलिए हुई क्योंकि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में यह तीन गुना बढ़कर करीब 185 करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले वित्त वर्ष 2022 की दूसरी छमाही में इसका एडजस्टेड EBITDA निगेटिव 190 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार किया जिसके चलते वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में इसका एडजस्टेड EBITDA करीब 63 करोड़ रुपये रहा। सभी प्रमुख देशों, खासतौर से यूरोप में बुकिंग में तेज उछाल से इसके कारोबार को मजबूत सपोर्ट मिला।
ओयो के रेवेन्यू में भी उछाल आई। पिछले वित्त वर्ष 2023 में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 19 फीसदी उछलकर 5,708 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को उम्मीद है कि इसकी कारोबारी ग्रोथ आगे भी इसी गति से जारी रहेगी। ओयो ने अनुमान लगाया है कि इसका एडजस्टेड EBITDA वित्त वर्ष 2023 में 245 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 800 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है।
OYO IPO के बारे में डिटेल्स
ओयो के पास 2700 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व है। अब इसकी योजना 8400 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की है। इस आईपीओ के तहत 7000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो सकते हैं और 1430 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हो सकती है।