डिजिटल पेमेंट्स कंपनी PhonePe ने अपने IPO को मैनेज करने के लिए 4 मर्चेंट बैंकरों- जेपी मॉर्गन, सिटी इंडिया, मॉर्गन स्टेनली और कोटक महिंद्रा कैपिटल को अपॉइंट किया है। CNBC-TV18 को यह बात सोर्सेज से पता चली है। फोनपे भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी में है। इसमें वॉलमार्ट का भी पैसा लगा है। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर अपने फंड जुटाने के लक्ष्य का खुलासा नहीं किया है। लेकिन मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि PhonePe 15 अरब डॉलर तक की वैल्यूएशन के लिए अरबों डॉलर जुटाने का लक्ष्य रख सकती है।
IPO की प्रोसेस मार्च के पहले सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। दिसंबर 2022 में फोनपे ने अपना हेडक्वार्टर सिंगापुर से भारत में शिफ्ट कर लिया था। पिछले साल ग्लोबल फिनटेक समिट में CNBC-TV18 से बात करते हुए, फोनपे के को-फाउंडर समीर निगम ने कंपनी के IPO प्लान्स को प्रभावित करने वाली रेगुलेटरी अनिश्चितता पर चिंता जताई थी। विशेष रूप से NPCI की UPI बाजार हिस्सेदारी के लिए प्रपोज्ड 30% कैप का हवाला देते हुए। दरअसल NPCI ने पहले ऐलान किया था कि किसी भी सिंगल नॉन-बैंक थर्ड पार्टी ऐप को 30 प्रतिशत से ज्यादा मार्केट हिस्सेदारी रखने की इजाजत नहीं होगी। इसके इंप्लीमेंटेशन को बाद में और दो साल के लिए बढ़ा दिया गया।
फोनपे को देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स एंटिटी कहा जाता है और UPI में इसकी हिस्सेदारी तकरीबन 48 प्रतिशत है। इस सेगमेंट में दूसरी सबसे बड़ी खिलाड़ी गूगल पे (Google Pay) है, जिसकी मार्केट में तकरीबन 37 प्रतिशत हिस्सेदारी है।