ResGen IPO: फर्नेस ऑयल का सब्स्टिटूट पायरोलिसिस ऑयल (Pyrolysis Oil) बनाने वाली कंपनी ResGen के आईपीओ में पैसे लगाने का आज आखिरी मौका है। इसका 28 करोड़ रुपये का आईपीओ 28 फरवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और अब तक यह 117 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है। सबसे शानदार रिस्पांस खुदरा निवेशकों का दिख रहा है और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 183 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 99 फीसदी और क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) का हिस्सा 75 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है। ग्रे मार्केट की बात करें तो इसके शेयर प्रीमियम भाव पर तो हैं लेकिन सिर्फ सेलर मौजूद हैं। इसके शेयर 5 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं।
कंपनी के 28 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर ही जारी होंगे। 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 60 लाख इक्विटी शेयरों को जारी करने की योजना है। इश्यू के लिए 45-47 रुपये का प्राइस बैंड और 3 हजार शेयरों का लॉट साइज फिक्स है। इस आईपीओ केा 50 फीसदी हिस्सा QIB, 15 फीसदी NII और 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। इसके शेयरों का अलॉटमेंट 8 मार्च और बीएसई एसएमई पर 13 मार्च को लिस्टिंग होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार बिगशेयर सर्विसेज है।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
ResGen पायरोलिसिस तेल बनाती है जिसे फर्नेस तेल के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह कंपनी प्लास्टिक के कचरे से इसे निकालती है और इस प्रकार पर्यावरण के लिए सबसे खतरनाक चीज में शुमार प्लास्टिक से यह ईंधन निकालने का काम करती है। इससे न सिर्फ प्लास्टिक कचरे की झंझट खत्म होती है बल्कि तेल का एक विकल्प भी मिलता है। कंपनी ने इसे प्लासइको (PlasEco) नाम दिया है। इसे बनाने में कॉर्बन भी निकलता है जो कोयले का सब्सिट्यूट है और गैस निकलती है जो एलपीजी की सब्सिट्यूट है।