Ruchi Soya FPO: रुचि सोया का FPO 28 मार्च तक 3.6 गुना सब्सक्राइब हुआ था। हालांकि सब्सक्रिप्शन बंद होने के कुछ देर बाद ही सेबी ने कहा कि निवेशक चाहें तो 30 मार्च तक कंपनी के FPO से निकल सकते हैं। 28 मार्च तक जहां Ruchi Soya का FPO 3.6 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं निवेशकों को बाहर निकलने के बाद सब्सक्रिप्शन घटकर 2.58 गुना रह गया है।
29 मार्च को सुबह 11.15 बजे तक रिटेल सब्सक्रिप्शन 0.9% से घटकर 0.4% रह गया। रिटेल इनवेस्टर्स की बात करें तो करीब 1.23 बोलियां वापस ले ली हैं।
क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का सब्सक्रिप्शन 2.20 गुना से घटकर 1.6 गुना रह गया है। CNBC-TV18 के मुताबिक, करीब 4.95 करोड़ बोलियां वापस ले ली गई हैं।
रुचि सोया पर पतंजलि ग्रुप का मालिकाना हक है। बाबा रामदेव की इस कंपनी के FPO का इश्यू प्राइस 615-650 रुपए तय किया है। कंपनी देश की सबसे बड़ी एडिबल ऑयल कंपनियों में से एक है। दिवालिया होने के बाद रुचि सोया शेयर बाजार से डीलिस्ट हो गई थी।
निवेशकों को FPO से निकलने का मौका मिला
इश्यू बंद होने के कुछ ही घंटों बाद मार्केट रेगुलेटर ने कंपनी पर एक्शन लिया और छोटे निवेशकों को इस इश्यू से निकलने का मौका दिया। सेबी ने कहा कि 28 से 30 मार्च यानी तीन दिनों के भीतर रुचि सोया के FPO में निवेश करने वाले रिटेल इनवेस्टर्स निकल सकते हैं।
पतंजलि के यूजर्स को भेजे अवांछित मैसेज में लिखा था, "पतंजलि परिवार के सभी प्रिय सदस्यों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। पतंजलि ग्रुप की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड का फॉलो-ऑन ऑफर (FPO) रिटेल निवेशकों के खुल गया है। 28 मार्च को यह इश्यू बंद हो जाएगा। यह इश्यू 615-650 रुपये प्रति शेयर के भाव पर उपलब्ध है, जो बाजार भाव से 30 फीसदी कम है। आप अपने DMAT अकाउंट से इस शेयर के लिए बैंक/ब्रोकर/ASBA/UPI के जरिए निवेश कर सकते हैं।"
सेबी ने इस मामले में प्रमुख बैंकिंग मैनेजरों को निर्देश दिया है कि वे सभी निवेशकों को ऐसे अवांछित SMS को लेकर आगाह करते हुए मंगलवार और बुधवार को समाचार पत्रों में विज्ञापन दें। रुचि सोया ने पिछले हफ्ते कंपनी को पूरी तरह के कर्ज मुक्त बनाने और सेबी के शेयरहोल्डिंग नियमों को पूरा करने के लिए 4,300 करोड़ रुपये का FPO लॉन्च किया था।