Saatvik Green Energy IPO: गुरुग्राम स्थित सात्विक ग्रीन एनर्जी अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है। कंपनी इसके जरिए सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी का विस्तार करना चाहती है। इस आईपीओ के तहत 850 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, 300 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। प्रमोटर्स परमोद कुमार और सुनीला गर्ग ऑफर-फॉर-सेल में 150 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
Saatvik Green Energy IPO के बारे में
सात्विक ग्रीन एनर्जी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले यानी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट से 170 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो नए इश्यू का साइज कम हो जाएगा। कंपनी में प्रमोटर्स की 90.05 फीसदी हिस्सेदारी है, और शेष 9.95 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर प्रशांत माथुर के पास है। सात्विक ग्रीन एनर्जी ने अपने पब्लिक इश्यू के लिए डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स, एंबिट और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया है।
Saatvik Green Energy का प्लान
सात्विक ग्रीन एनर्जी ने 2016 में अपने सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशन की शुरुआत की और FY17 में अपनी एनुअल इंस्टॉल्ड कैपिसिटी को 125 मेगावाट से बढ़ाकर FY24 में लगभग 1.8 गीगावाट कर दिया। कंपनी वर्तमान में हरियाणा के अंबाला में दो मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को ऑपरेट करती है और तीसरी 2.0 गीगावाट मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी जोड़ने की प्रक्रिया में है, जिसके चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है, जिससे अंबाला प्लांट्स में कुल स्थापित क्षमता 3.8 गीगावाट हो जाएगी।
इसके अलावा, यह ओडिशा में सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने की योजना के साथ मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी का भी विस्तार कर रहा है। नई सुविधा में 4.80 गीगावाट की सेल लाइन मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी होगी, जिसके वित्त वर्ष 27 में चालू होने की उम्मीद है। इसमें 4.0 गीगावाट की मॉड्यूल प्रोडक्शन कैपिसिटी होगी, जिसके FY26 में चालू होने की उम्मीद है।
Saatvik Green Energy कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
कंपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज के माध्यम से ओडिशा फैसिलिटी में आईपीओ से होने वाली आय में से 552.75 करोड़ रुपये खर्च करना चाहती है। ओडिशा में प्रस्तावित मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना से कंपनी को कई स्थानीय लाभ मिलेंगे। आईपीओ से होने वाली आय में से सात्विक ग्रीन एनर्जी 108.06 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी, और शेष राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। कंपनी मुख्य रूप से अपने द्वारा किए गए EPC प्रोजेक्ट के संबंध में ग्राहकों को ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) सर्विसेज भी प्रोवाइड करती है। इसका मुकाबला वारी एनर्जीज और प्रीमियर एनर्जीज जैसी हाल ही में लिस्टेड कंपनियों से होगा।
Saatvik Green Energy का फाइनेंशियल
सात्विक ग्रीन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2024 में 100.5 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले वित्त वर्ष के 4.7 करोड़ रुपये से 21 गुना अधिक है। वित्त वर्ष 2024 में EBITDA 10 गुना बढ़कर 147.6 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन मार्जिन पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 1,080 बीपीएस घटकर 13.6 प्रतिशत रह गया।
जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में मुनाफा 21.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 14 करोड़ रुपये से 52 फीसदी अधिक है। इसी अवधि के दौरान EBITDA 55.1 फीसदी बढ़कर 32.5 करोड़ रुपये हो गया और मार्जिन 420 बीपीएस बढ़कर 13.2 फीसदी हो गया। जून तिमाही के लिए रेवेन्यू में सालाना आधार पर 5.3 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 246 करोड़ रुपये हो गया।
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