XED Executive Development गिफ्ट सिटी में लिस्ट होने वाली पहली कंपनी, लेकिन आप इस आईपीओ में निवेश नहीं कर पाएंगे

XED Executive Development के इश्यू के साथ ही इंडियन और फॉरेन कंपनियों के लिए इंडिया से फॉरेन इनवेस्टर्स से पैसे जुटाने का रास्ता खुल जाएगा। देशी और विदेशी कंपनियां इंडिया में रहते हुए विदेशी निवेशकों से इश्यू के जरिए पैसे जुटा सकेंगी। एक्सईडी एग्जिक्यूटिव डेवलपमेंट इंडियन कंपनी है, जो मुंबई में रजिस्टर्ड है

अपडेटेड Sep 10, 2025 पर 5:18 PM
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गिफ्ट सिटी में लिस्ट होने वाली कंपनियों के लिए नियम काफी अलग हैं।

एक्सईडी एग्जिक्यूटिव डेवलपमेंट ने करीब 100 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) फाइल किया है। यह गिफ्टी सिटी का पहला पब्लिक इश्यू होगाी। यह कई मायनों में एनएसई और बीएसई पर लिस्टिंग के लिए पेश होने वाले आईपीओ से अलग है। सबसे खास बात यह है कि इसमें आम लोग (रेजिडेंट इंडियन) इनवेस्ट नहीं कर पाएंगे। आइए इस इश्यू के बारे में विस्तार से जानते हैं।

एक करोड़ डॉलर से ज्यादा का आईपीओ पेश करेगी एक्सईडी

XED Executive Development के इश्यू के साथ ही इंडियन और फॉरेन कंपनियों के लिए इंडिया से पैसे जुटाने का रास्ता खुल जाएगा। देशी और विदेशी कंपनियां इंडिया में रहते हुए विदेशी निवेशकों से इश्यू के जरिए पैसे जुटा सकेंगी। एक्सईडी एग्जिक्यूटिव डेवलपमेंट इंडियन कंपनी है, जो मुंबई में रजिस्टर्ड है। इसने 1.1 करोड़ डॉलर (करीब 100 करोड़ रुपये) आईपीओ से जुटाने का प्लान बनाया है। इस इश्यू में कंपनी इनवेस्टर्स को नए शेयर्स जारी करेगी। साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए प्रमोटर्स भी अपने शेयर बेचेंगे।


एनएसई आईएफएससी और इंडिया आईएनएक्स पर लिस्ट होंगे शेयर

एक्सईडी ने शेयरों को एनएसई आईएफएससी और इंडिया आईएनएक्स पर लिस्ट कराने का प्लान बनाया है। इस इश्यू में निवेश करने के लिए ऑफशोर/आईएफएससी अकाउंट्स के जरिए डॉलर में बोली लगानी होगी। इंडियन रेजिडेंट्स इसमें सिर्फ आरबीआई के एलआरएस या रेगुलेटर्स की इजाजत के बाद इनवेस्ट कर सकेंगे। इसलिए यह इश्यू मुख्यत: संस्थागत और फॉरेन इनवेस्टर्स के लिए है न कि घरेलू रिटेल निवेशकों के लिए। इस इश्यू की बुक-रनिंग लीड मैनेजर ग्लोबल हराइजंस कैपिटल एडवाइजर्स है।

गिफ्ट सिटी में लिस्टिंग के अलग नियम

गिफ्ट सिटी में लिस्ट होने वाली कंपनियों के लिए नियम काफी अलग हैं। जहां बीएसई और एनएसई में लिस्टिंग के लिए 25 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग जरूरी है, वही गिफ्ट सिटी में लिस्ट कराने वाली कंपनी को सिर्फ 10 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग का पालन करना पड़ता है। गिफ्टी सिटी में लिस्ट होने वाली कंपनियों के शेयरों पर टैक्स के नियम भी अलग हैं। इनमें निवेश करने पर एसटीटी नहीं लगता है। नॉन-रेजिडेंट्स इनवेस्टर्स को कैपिटल गेंस टैक्स से छूट हासिल है। डिविडेंड पर भी टैक्स नहीं लगता है।

इंडियन कंपनियां फॉरेन इनवेस्टर्स से जुटा सकेंगी पैसे

गिफ्ट सिटी में लिस्ट होने वाली कंपनी के शेयरों में निवेश करने पर एंकर इनवेस्टर्स को 20 फीसदी डिस्काउंट मिलता है। यह डिस्काउंट बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने वाली कंपनियों के एंकर इनवेस्टर्स को नहीं मिलता है। गिफ्ट सिटी में लिस्टिंग उन कंपनियों के लिए फायदेमंद है, जो फॉरेन इनवेस्टर्स से पैसे जुटाना चाहती हैं। एक्सईडी के शेयरों की लिस्टिंग के बाद गिफ्टी सिटी में लिस्टिंग में दूसरी कंपनियां भी दिलचस्पी दिखा सकती हैं।

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एक्सईडी की शुरुआत 2018 में हुई थी

एक्सईडी एग्जिक्यूटिव डेवलपमेंट की शुरुआत 2018 में हुई थी। यह कंपनी एग्जिक्यूटिव एजुकेशन प्लेटफॉर्म के जरिए एजुकेशन सर्विसेज ऑफर करती है। इसकी दुनिया की कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज के साथ पार्टनरशिप है। दुनिया में एग्जिक्यूटिव एजुकेशन इंडस्ट्री का मार्केट 20230 तक 98.6 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। एक्सईडी एग्जिक्यूटिव ने FY25 में 46 लाख डॉलर का रेवेन्यू कमाया।

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