Lenskart में SBI Mutual Fund ने लगाए ₹100 करोड़, 31 अक्टूबर को इस भाव पर खुलेगा IPO
Lenskart IPO: लेंसकार्ट में सॉफ्टबैंक, ADIA और टेमासेक जैसे प्रमुख निवेशकों का पैसा लगा है। अन्य निवेशकों में केकेआर, अल्फा वेव, टीपीजी और केदारा कैपिटल शामिल हैं। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ रुपये रहा
SBI म्यूचुअल फंड के दो वैकल्पिक निवेश फंड्स ने नेहा बंसल से Lenskart के 24.87 लाख शेयर खरीदे।
SBI म्यूचुअल फंड ने आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश के साथ लेंसकार्ट की वैल्यूएशन लगभग 7.7 अरब डॉलर आंकी गई है। लेंसकार्ट का IPO 31 अक्टूबर को खुलने वाला है। इसका साइज 7278 करोड़ रुपये रह सकता है। एंकर निवेशक 30 अक्टूबर को बोली लगा सकेंगे। IPO की क्लोजिंग 4 नवंबर को होगी।
लेंसकार्ट में यह निवेश SBI म्यूचुअल फंड के दो वैकल्पिक निवेश फंड्स- SBI ऑप्टिमल इक्विटी फंड और SBI इमर्जेंट फंड के जरिए किया गया। इन फंड्स ने कंपनी की एक प्रमोटर नेहा बंसल से 402 रुपये प्रति शेयर की दर से 24.87 लाख शेयर खरीदे। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कुल लेनदेन की वैल्यू 100 करोड़ रुपये रही।
इससे पहले एवेन्यू सुपरमार्ट्स (डीमार्ट) के फाउंडर और अरबपति निवेशक राधाकिशन दमानी की पत्नी श्रीकांता आर. दमानी ने 23 अक्टूबर, 2025 को नेहा बंसल से लेंसकार्ट में 22,38,806 इक्विटी शेयर (0.13 प्रतिशत हिस्सेदारी) खरीदे थे। ट्रांजेक्शन 402 रुपये प्रति शेयर की दर से हुआ और कुल वैल्यू 90 करोड़ रुपये रही। लेंसकार्ट में सॉफ्टबैंक, ADIA और टेमासेक जैसे प्रमुख निवेशकों का पैसा लगा है। अन्य निवेशकों में केकेआर, अल्फा वेव, टीपीजी और केदारा कैपिटल शामिल हैं।
कितना प्राइस बैंड और कब होगी लिस्टिंग
IPO के लिए प्राइस बैंड 382-402 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 37 शेयर है। IPO बंद होने के बाद Lenskart के शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 10 नवंबर को हो सकती है। लेंसकार्ट के IPO में 2,150 करोड़ रुपये के नए शेयर रहेंगे। साथ ही प्रमोटर्स और निवेशकों की ओर से 12.75 करोड़ इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बिक्री के लिए रखे जाएंगे। OFS में फाउंडर्स और प्रमोटर्स- पीयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी, सुमीत कपाही के साथ-साथ, सॉफ्टबैंक की एसवीएफ II लाइटबल्ब (केमैन), श्रोडर्स कैपिटल, पीआई ऑपर्च्युनिटीज फंड, मैकरिची इनवेस्टमेंट्स, केदारा कैपिटल फंड और अल्फा वेव जैसे निवेशक भी शेयर बेचेंगे। श्रोडर्स कैपिटल प्राइवेट इक्विटी एशिया मॉरीशस पूरे 1.9 करोड़ शेयर या 1.13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर लेंसकार्ट से एग्जिट कर जाएगी।
कंपनी को साल 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने शुरू किया था। लेंसकार्ट भारत के सबसे बड़े ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड के रूप में विकसित हुई है। यह ऑनलाइन तो मौजूद है ही, साथ ही मार्च 2025 तक इसके भारत भर में, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे बाजारों में 2,723 स्टोर थे।
लेंसकार्ट IPO में 15 करोड़ रुपये के शेयर कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व हैं। इसके बाद 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है। IPO के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, एवेंडस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एक्सिस कैपिटल और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
लेंसकार्ट अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली इनकम का इस्तेमाल भारत भर में नए स्टोर खोलने, टेक्नोलॉजी और आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस क्षमताओं में निवेश करने, ब्रांड मार्केटिंग और प्रचार, खरीद करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। लेंसकार्ट साउथ ईस्ट एशिया में विस्तार कर रही है। अब कंपनी के रेवेन्यू का लगभग 40% हिस्सा भारत के बाहर से आता है। इसका अगला बड़ा दांव स्मार्ट आईवियर हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड का अप्रैल-जून 2025 तिमाही में मुनाफा 61.2 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले कंपनी 10.9 करोड़ रुपये के घाटे में थी। रेवेन्यू सालाना आधार पर 24.6 प्रतिशत बढ़कर 1,894.5 करोड़ रुपये हो गया। जून 2024 तिमाही में यह 1,520.4 करोड़ रुपये था। EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation and Amortisation) बढ़कर 336.6 करोड़ रुपये हो गया, जो सितंबर 2024 तिमाही में 183.4 करोड़ रुपये था। वित्तीय लागत 41 करोड़ रुपये रही। लेंसकार्ट ने वित्त वर्ष 2025 में 297.3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को 10.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।