Sai Life Sciences IPO: देश की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च, डेवलपमेंट एंड मैनुफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन (CRDMO) में शुमार साई लाइफ साइंसेज का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। आईपीओ खुलने से पहले 63 एंकर निवेशकों से इसने 912.79 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं लेकिन आज जब इसका ₹3,042.62 करोड़ का इश्यू खुला तो इसे निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिल रहा है। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयर 37 रुपये यानी 6.74 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB)-2.62 गुना
(सोर्स: BSE, 11 Dec 2024)
ब्रोकरेज का क्या है रुझान?
आदित्य बिड़ला मनी ने इसे लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब की रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि 25 हजार करोड़ डॉलर के वैश्विक सीआरडीएमओ मार्केट में अवसरों को भुनाने के लिए यह मजबूत स्थिति में है। ब्रोकरेज का कहना है कि करीब 524 किलोलीटर की रिएक्टर कैपेसिटी और 28 कॉमर्शियल ड्रग्स को सपोर्ट करने वाले 38 प्रोडक्ट्स से इसे काफी फायदा मिलेगा। इसमें निवेश को लेकर अमेरिका में बॉयोसिक्योर एक्ट और मानक नहीं पूरा होने पर नियामकीय कार्रवाई जैसे रिस्क हैं।
वहीं दूसरी तरफ KRChoksey Research ने इसमें पैसे नहीं लगाने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कुछ ही क्लाइंट्स पर अधिक निर्भरता, कम ट्रीटमेंट पर ही फोकस और हाई इंफ्रा कॉस्ट इसके मुनाफे के लिए रिस्क हैं। इसके अलावा ब्रोकरेज का कहना है कि वैल्यूएशन भी महंगा है जिसके चलते ग्रोथ की संभावनाओं के बावजूद निवेश आकर्षक नहीं दिख रहा है।
Sai Life Sciences IPO की डिटेल्स
साई लाइफ साइंसेज के ₹3,042.62 करोड़ के आईपीओ में ₹522-₹549 के प्राइस बैंड और 27 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। यह इश्यू आज 11 दिसंबर को खुला है और 13 दिसंबर को बंद होगा। एंकर निवेशकों को 30 फीसदी समेत इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 16 दिसंबर को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 18 दिसंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 950 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 38,116,934 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 720 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और बाकी पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Sai Life Sciences के बारे में
जनवरी 1999 में बनी साई लाइफ साइंसेज बॉयोटेक फर्म और वैश्विक फार्मा कंपनियों को स्मॉल-मॉलिक्यूल न्यू केमिकल एंटिटीज की खोज कर उन्हें बनाने से जुड़ी सर्विसेज मुहैया कराती है। वित्त वर्ष 2024 में और सितंबर 2024 छमाही में इसने 280 से अधिक फार्मा कंपनियों को नई खोज करने में मदद की जिसमें से 230 कंपनियों को तो एक ही महीने में सर्विसेज दी। क्लाइंट्स की बात करें तो साई लाइफ साइंसेज ने रेवेन्यू के आधार पर पिछले वर्ष 2023 की 25 सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार 18 के साथ काम किया है। इसके बिजनेस डेवलपमेंट टीम की बात करें तो इसके पास 16 अनुभावी और क्वालिफाईड प्रोफेशनल्स हैं जिसमें से 6 तो अमेरिका में हैं और 9 यूके और यूरोप और एक जापान में हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 6.23 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 9.99 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 82.81 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 29 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,494.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 28.01 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 693.35 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।
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