क्या आपको TVS Supply Chain के IPO में निवेश करना चाहिए? जानें ब्रोकरेज फर्मों की राय

टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस का IPO खुल गया है। कंपनी ने इस आईपीओ के लिए 187-197 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। इस इश्यू का सब्सक्रिप्शन 14 अगस्त को बंद हो जाएगा। टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, टीवीएस मोबिलिटी ग्रुप का हिस्सा है। कंपनी के ग्राहक हर इंडस्ट्री में मौजूद हैं, जैस कि ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल, कंज्यूमर, टेक और टेक इंफ्रा, रेल, हेल्थकेयर आदि

अपडेटेड Aug 10, 2023 पर 3:43 PM
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IPO का तकरीबन 75% हिस्सा QIB, 15% हिस्सा NII और 10 पर्सेंट हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।

TVS Supply Chain Solutions: टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस का IPO 10 अगस्त को खुल गया है। कंपनी ने इस आईपीओ के लिए 187-197 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। इस इश्यू का सब्सक्रिप्शन 14 अगस्त को बंद हो जाएगा। टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, टीवीएस मोबिलिटी ग्रुप (TVS mobility group) का हिस्सा है।

कंपनी सप्लाई चेन लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन मुहैया कराती है। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में कंपनी ने ग्लोबल लेवल पर 8,788 ग्राहकों को सप्लाई चेन सॉल्यूशन मुहैया कराया, जबकि भारत में कंपनी ने 902 ग्राहकों को सर्विस दी ।

कंपनी के ग्राहक हर इंडस्ट्री में मौजूद हैं, जैस कि ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल, कंज्यूमर, टेक और टेक इंफ्रा, रेल, हेल्थकेयर आदि। अगर इस इश्यू की बात करें, तो यह पूरी तरह से बुक बिल्डिंग प्रोसेस है और कंपनी को ऑफर फॉर सेल (OFS) से कोई रकम नहीं मिलेगी। IPO का तकरीबन 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) और 10 पर्सेंट हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है। इस इश्यू का मकसद लोन चुकाना और कंपनी की सामान्य जरूरतों को पूरा करना है।


आइए जानते हैं कि इस IPO को लेकर ब्रोकरेज फर्मों की क्या राय है:

रिलायंस सिक्योरिटीज | लॉन्ग टर्म फायदे के लिए सब्सक्राइब करें

ब्रोकरेज फर्म (Reliance Securities) का मानना है कि कंपनी अपने नेटवर्क पार्टनर्स और क्लाइंट्स के साथ लीज के आधार पर काम करती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सालाना आधार पर कंपनी का मार्जिन बेहतर होने से इसकी परफॉर्मंस में भी सुधार होगा। इश्यू की कीमत, कंपनी की नेट एसेट वैल्यू (18.89) का 10.5 गुना है। आईपीओ से मिलने वाली रकम से कंपनी कर्ज का भुगतान करेगी और उसका मार्जिन बेहतर होगा। लिहाजा, एक्सपर्ट्स ने इस आईपीओ को लॉन्ग टर्म फायदे के लिए 'सब्सक्राइब' करने की सलाह दी है।

स्वतिका इनवेस्टमार्ट । बचें

चूंकि कंपनी इंटरेशनल मार्केट में बड़े पैमाने पर सक्रिय है, इसलिए जानकारों को लगता है कि ग्लोबल ट्रेड में स्लोडाउन होने पर कंपनी को इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसके अलावा, कंपनी जिस इंडस्ट्री में काम करती है, वहां प्रतिस्पर्धी काफी ज्यादा है और इस वजह से उसे पिछले दो साल में नुकसान का सामना करना पड़ा है। साथ ही, 189x के पीई रेशियो पर आईपीओ वैल्यूएशन इंडस्ट्री औसत (43.03) से ज्यादा है। ऐसे में, ब्रोकरेज फर्म (Swastika Investmart) ने निवेशकों को इससे दूर रहने की सलाह दी है।

हेनसेक्स सिक्योरिटीज | जोखिम लेने वाले निवेशक कर सकते हैं अप्लाई

फाइनेंशियल ईयर 2021 (76.3 करोड़) और फाइनेंशियल ईयर 2022 (45.8 करोड़) में नुकसान के बाद फाइनेंशियल ईयर 2023 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 88 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 41.76 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ बेहतर रही है। हालांकि, कंपनी रेवेन्यू के लिए काफी हद तक अपने टॉप 5 ग्राहकों पर निर्भर है, जो चिंता की बात है। साथ ही, विदेशी मुद्रा दर में उतार-चढ़ाव भी कंपनी की परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकता है। लिहाजा, ब्रोकरेज फर्म (Hensex Securities) को लगता है कि इसमें निवेश करना जोखिमपूर्ण है।

आशिका रिसर्च | कोई रेटिंग नहीं

कंपनी का रेवेन्यू कस्टमर, देश और इंडस्ट्री के हिसाब से बंटा हुआ है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में कंपनी ने ग्लोबल स्तर पर कुल 8,788 ग्राहकों को सर्विस दी। कंपनी के ग्राहक कुल 26 देशों में मौजूद हैं। कंपनी लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में काम करती है जो भारत में काफी तेजी से बढ़ रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2027 तक भारत में लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री 13 पर्सेंट सीएजीआर की दर से बढ़कर 385 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है।

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