स्मार्ट फैन बनाने वाली Atomberg कर रही ₹2000 करोड़ के IPO की तैयारी, मर्चेंट बैं​कर किए फाइनल

Atomberg IPO: एटमबर्ग को साल 2012 में मनोज मीना और सिबाब्राता (शिबम) दास ने शुरू किया था। वित्त वर्ष 2024 में रेवेन्यू 865 करोड़ रुपये रहा। IPO में नए शेयर जारी होने के साथ-साथ ऑफर-फॉर-सेल कंपोनेंट भी रहेगा

अपडेटेड Dec 15, 2025 पर 11:23 AM
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Atomberg जनवरी में अपने IPO के​ लिए ड्राफ्ट पेपर फाइल करने की कोशिश करेगी।

स्मार्ट पंखे, मिक्सर ग्राइंडर, वॉटर प्योरिफायर और दूसरे प्रोडक्ट्स बनाने वाली स्टार्टअप कंपनी एटमबर्ग 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का IPO लाने की तैयारी में है। यह 2026 की जनवरी-मार्च तिमाही के आसपास आ सकता है। मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वालों से पता चला है कि एटमबर्ग ने अपने IPO के लिए मर्चेंट बैंकर्स चुन लिए हैं। एक व्यक्ति का कहना है कि कंपनी ने एवेंडस कैपिटल, IIFL कैपिटल, एक्सिस कैपिटल और ICICI सिक्योरिटीज के साथ बातचीत की है। एवेंडस और IIFL को फाइनल कर लिया गया है। एक्सिस और ICICI सिक्योरिटीज में से किसी एक को एटमबर्ग अपना तीसरा और आखिरी बैंकर चुनेगी।

इस IPO में नए शेयर जारी होने के साथ-साथ ऑफर-फॉर-सेल (OFS) कंपोनेंट भी रहेगा। अगर एटमबर्ग IPO से लगभग 2,000 करोड़ रुपये जुटाती है, तो इसका मतलब होगा कि कंपनी की वैल्यूएशन लगभग 20,000 करोड़ रुपये होगी। हालांकि, अभी तक कोई डील फाइनल नहीं हुई है। बातचीत आगे बढ़ने के साथ IPO की डिटेल्स में थोड़ा बदलाव हो सकता है, खासकर वैल्यूएशन में।

जनवरी में फाइल हो सकता है IPO का ड्राफ्ट


इस मामले से जुड़े एक दूसरे व्यक्ति ने मनीकंट्रोल को बताया, "एटमबर्ग जनवरी में अपने IPO के​ लिए ड्राफ्ट पेपर फाइल करने की कोशिश करेगी। हो सकता है कि कॉन्फिडेंशियल रूट अपनाया जाए। 2026 के मार्च या अप्रैल तक लिस्ट होने का लक्ष्य रहेगा।" कॉन्फिडेंशियल रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग कंपनियों को सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से।

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कितनी पुरानी है Atomberg

एटमबर्ग को साल 2012 में मनोज मीना और सिबाब्राता (शिबम) दास ने शुरू किया था। कंपनी ने अब तक टेमासेक, A91 पार्टनर्स, स्टेडव्यू कैपिटल, जंगल वेंचर्स आदि से 15 करोड़ डॉलर (लगभग 1,700 करोड़ रुपये) से ज्यादा जुटाए हैं। 2023 में जब इसने 8.6 करोड़ डॉलर जुटाए थे, तब इसकी वैल्यूएशन लगभग 45 करोड़ डॉलर थी।

प्राइवेट मार्केट डेटा प्रोवाइडर ट्रैक्सन के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में एटमबर्ग का रेवेन्यू 865 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान कंपनी ने 203 करोड़ रुपये का घाटा देखा। कंपनी ने पिछले कुछ सालों से 30 प्रतिशत की दर से ग्रोथ की है।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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