स्टॉक मार्केट में दिग्गज कंपनियों के शेयरों के लिए कई तरह के चैलेंजेज रहे हैं, लेकिन कई छोटी कंपनियों (SME Firms) के शेयरों ने बहुत अच्छा परफॉर्म किया है। खासकर हाल में मार्केट में सूचीबद्ध होने वाली कंपनियों का प्रदर्शन 2023 में शानदार रहा है। कई कंपनियों के शेयरों की कीमत तो कुछ महीनों में दोगुनी हो गई है।
2023 में 49 SME फर्मों के IPO
2023 में 49 SME फर्मों ने स्टॉक मार्केट में खुद को लिस्ट कराया। उन्होंने कुल 930 करोड़ रुपये जुटाए। प्राइम डेटाबेस के मुताबिक, इनमें से पांच बड़ी कंपनियों ने आईपीओ से 5,824 करोड़ रुपये जुटाए। एनालिस्ट्स ने बताया कि कई एसएमई IPO को इनवेस्टर्स का बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला था।
अमीर निवेशक भी दिखा रहे दिलचस्पी
एसएमई कंपनियों के शेयरों में रिस्क लेने वाले इनवेस्टर्स ने अच्छी दिलचस्पी दिखाई है। इनमें से कई इनवेस्टर्स हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) हैं। तेजी मंडी में पोर्टफोलियो मैनेजर राज व्यास ने बताया कि कई एचएनआई SME फर्मों के आईपीओ में निवेश से शानदार कमाई कर चुके हैं। । Macfos Ltd का आईपीओ इस साल मार्च में आया था। इसका शेयर 102 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 210 फीसदी चढ़ चुका है।
165 फीसदी चढ़ चुका है यह शेयर
Quicktouch Technologies के शेयर अप्रैल 2023 में लिस्ट हुए थे। तब से 61 रुपये के अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले यह 175 फीसदी चढ़ चुका है। कुछ महीनों में 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न देने वाली कंपनियों में Lead Reclaim & Rubber products, Exhicon Events Media Solutions, MCon Rasayan India, Quality Foils India, Infinium Pharmachem और Srivasavi Adhesive Tapes शामिल हैं।
इन शेयरों का रिटर्न 95% तक
सात कंपनियों के शेयरों ने अपनी लिस्टिंग के बाद 40 से 95 फीसदी रिटर्न दिए हैं। इनमें Systango Technologies Ltd, Shera Energy Ltd, De Neers Tools Ltd, Sancode Technologies Ltd, Retina Paints Ltd, Ducol Organics & Colours Ltd और Pattech Fitwell Tube Components शामिल हैं।
दो कंपनियों-Patron Exim और Amanaya Ventures के शेयरों में इश्यू प्राइस के मुकाबले क्रमश: 66 फीसदी और 41 फीसदी गिरावट आई है। AG Universal Ltd, Viaz Tyres Ltd, Agarwal Float Glass India Ltd, Aristo Bio-Tech & Lifescience Ltd और Indong Tea Co Ltd के शेयर अपने इश्यू प्राइस से 10 से 18 फीसदी नीचे चल रहे हैं।
एनालिस्ट्स का कहना है कि SME शेयरों में निवेश करने में इवेस्टर्स के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। इसकी वजह यह है कि इन कंपनियों के शेयरों का फ्री फ्लोट कम होता है। मार्केट कैपिटलाइजेशन भी कम होता है। इससे शेयरों की कीमतों का आर्टफिशियली चढ़ाकर फ्रॉड करना आसान होता है। कुछ मामलों में तो प्रमोटरों को भी शेयरों की कीमतें चढ़ाने की कोशिशें करते देखा गया है।