Tata Capital IPO का प्राइस बैंड तय, अनलिस्टेड शेयर खरीदने वालों को तगड़ा झटका; 6 अक्टूबर से खुलेगा इश्यू
Tata Capital: टाटा कैपिटल नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल प्राप्त भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। इन जरूरतों में उधार देना भी शामिल है। टाटा कैपिटल में टाटा संस के पास 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है
Tata Capitai IPO साल 2025 का सबसे बड़ा IPO रह सकता है।
Tata Capital IPO: नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) टाटा कैपिटल ने अपने पब्लिक इश्यू के लिए प्राइस बैंड तय कर दिया है। यह 310-326 रुपये प्रति शेयर है। यह प्राइस कंपनी के हाल ही में आए राइट्स इश्यू के प्राइस से कम है। वहीं अनलिस्टेड मार्केट में प्राइस 735 रुपये से लगभग 55 प्रतिशत कम है। IPO का कुल साइज 15,511.87 करोड़ रुपये है। यह 6 अक्टूबर को खुलने वाला है। यह साल 2025 का सबसे बड़ा IPO रह सकता है।
अपर प्राइस बैंड पर IPO में लगभग 6846 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) लगभग 8,665.87 करोड़ रुपये का होगा। एंकर निवेशक 3 अक्टूबर को बोली लगाएंगे। IPO में 47.58 करोड़ शेयर रहेंगे। इनमें से 21 करोड़ नए शेयर होंगे। मौजूदा शेयरहोल्डर OFS में 26.58 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे।
OFS में टाटा संस 23 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रही है। वहीं इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन 3.58 करोड़ शेयर बेचने की तैयारी में है। IPO की क्लोजिंग 8 अक्टूबर को होगी। अलॉटमेंट 9 अक्टूबर को फाइनल होगा, जिसके बाद शेयर BSE, NSE पर 13 अक्टूबर को लिस्ट हो सकते हैं।
नॉन-लिस्टेड मार्केट में जमकर खरीदारी करने वालों को अब नुकसान
जून की शुरुआत में टाटा कैपिटल का शेयर ग्रे मार्केट में 1,075 रुपये पर कारोबार कर रहा था। हाल के हफ्तों में बाजार में बढ़ी अस्थिरता, जुलाई 2025 में 343 रुपये के राइट्स इश्यू प्राइस और फाइनेंशियल सेक्टर में कमजोरी के कारण यह 32 प्रतिशत गिर गया है। नॉन-लिस्टेड शेयर अप्रैल 2025 में 1125 रुपये के पीक पर थे। जानकारों का कहना है कि जिन खुदरा निवेशकों ने नॉन-लिस्टेड मार्केट में इस शेयर में में भारी खरीदारी की थी, उन्हें अब भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सहायक कंपनी है। Tata Capital अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल प्राप्त भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। इन जरूरतों में उधार देना भी शामिल है। टाटा कैपिटल में टाटा संस के पास 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कोटक महिंद्रा कैपिटल, बीएनपी पारिबा, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में शामिल हैं। रजिस्ट्रार MUFG Intime India Pvt.Ltd है।
Tata Capital ने अप्रैल 2025 में IPO के लिए कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट के जरिए ड्राफ्ट जमा किया था, जिसे SEBI ने जून महीने में मंजूरी दे दी। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। इसके बाद कंपनी ने अगस्त 2025 में स्टैंडर्ड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) जमा किया।
ग्रे मार्केट में टाटा कैपिटल का शेयर ट्रेड करने लगा है। investorgain.com के मुताबिक, ग्रे मार्केट प्रीमियम फिलहाल 28 रुपये है। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।
Tata Capital की वित्तीय स्थिति
टाटा कैपिटल को अप्रैल-जून जून 2025 तिमाही में 1040.9 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ। यह एक साल पहले से 120.4 प्रतिशत ज्यादा है। जून 2024 तिमाही में कंपनी ने 472.2 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। जून 2025 तिमाही के दौरान ऑपरेशंस से रेवेन्यू 7664.8 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही के 6546.3 करोड़ रुपये से 17 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय (NII) सालाना आधार पर 16.8 प्रतिशत बढ़कर 2866.2 करोड़ रुपये हो गई। जून 2024 तिमाही में यह 2454 करोड़ रुपये थी।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की कुल इनकम 56 प्रतिशत की बढोतरी के साथ 28,369.87 करोड़ रुपये दर्ज की गई। एक साल पहले यह 18,198.38 करोड़ रुपये थी। शुद्ध मुनाफा 10 प्रतिशत बढ़कर 3,655.02 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 3,326.96 करोड़ रुपये था।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।