टाटा कैपिटल के आईपीओ के इंतजार की घड़ियां खत्म होने जा रही हैं। कंपनी ने आईपीओ से पहले देश और विदेश के बड़े शहरों में रोड शो पूरे कर लिए हैं। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने इस बारे में मनीकंट्रोल को बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी के रोड शो को घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। मनीकंट्रोल ने 8 अगस्त को अपनी खबर में बताया था कि टाटा कैपिटल ने आईपीओ से पहले इनवेस्टर रोड शो करना शुरू कर दिया है।
Tata Capital का आईपीओ इसी महीने आ रहा है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने यह बताया। कंपनी रोड शो में इनवेस्टर्स से मिले रिस्पॉन्स और प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की वैल्यूएशंस के आधार पर स्टॉक मार्केट्स में अपनी करीब 18 अरब डॉलर की वैल्यूएशन की उम्मीद लगा सकती है। रोड शो की शुरुआत पिछले महीने हुई थी। इसका मकसद आईपीओ से पहले उसके लिए सही माहौल तैयार करना था। टाटा कैपिटल का यह आईपीओ 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
हांगकांग, सिंगापुर, न्यूयॉर्क में रोड शो
सूत्रों ने बताया कि टाटा कैपिटल के एग्जिक्यूटिव्स ने कई बड़े शहरों में इनवेस्टर्स के साथ बातचीत की। इनमें हांगकांग, सिंगापुर, न्यूयॉर्क और इंडिया के बड़े शहर शामिल हैं। कंपनी ने रोड शो में निवेशकों को कंपनी के डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो, फाइनेंशियल स्ट्रेंथ और डिजिटल आधारत लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी के बारे में बताया। एक सूत्र ने कहा, "रोड शो में संस्थागत निवेशकों में टाटा कैपिटल के शेयरों की अच्छी मांग देखने को मिली। निवेशकों का भरोसा टाटा ग्रुप की विरासत के साथ ही टाटा कैपिटल की डिजिटल आधारित ग्रोथ स्ट्रेटेजी पर है। "
साल 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ
टाटा कैपिटल का आईपीओ 17,200 करोड़ रुपये का हो सकता है। इससे यह साल 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ हो जाएगा। कंपनी इस इश्यू में 21 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए भी 26.58 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। दोनों को मिलाकर कंपनी इश्यू के तहत कुल 47.58 करोड़ शेयर जारी करेंगे। यह जानकारी कंपनी की अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) पर आधारित है। कंपनी ने अपडेटेड प्रॉस्पेक्टस 4 अगस्त को सब्मिट किया था।
टाटा संस ओएफएस में बेचेगी अपने शेयर
टाटा कैपिटल की प्रमोटर टाटा संस है। टाटा संस इस आईपीओ में अपने 23 करोड़ शेयर बेच सकती है। इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन भी अपने 3.58 करोड़ शेयर बेचेगी। ये शेयर ओएफएस के तहत बेचे जाएंगे। टाटा कैपिटल आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल अपनी टियर-1 कैपिटल बढ़ाने और कारोबार के विस्तार के लिए करेगी। टाटा कैपिटल टाटा समूह की नॉन-बैंकिंग कंपनी है।