Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप की टाटा कैपिटल आईपीओ लाने की तैयारी में जुटी है। कंपनी ने निवेशकों के लिए आयोजित रोडशो का सिलसिला पूरा कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, इस एक्सरसाइज में घरेलू और विदेशी दोनों इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई है।
18 अरब डॉलर वैल्यूएशन की उम्मीद
टाटा कैपिटल इसी महीने यानी सितंबर में आईपीओ लाकर शेयर बाजार में लिस्ट हो सकती है। रोडशो से मिले निवेशकों के फीडबैक और पीयर वैल्यूएशन बेंचमार्क के आधार पर कंपनी का मार्केट कैप लगभग 18 अरब डॉलर आंका जा रहा है। यह 2025 का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू माना जा रहा है।
ग्लोबल फाइनेंशियल हब में प्रेजेंटेशन
टाटा कैपिटल की सीनियर लीडरशिप ने हांगकांग, सिंगापुर, लंदन, न्यूयॉर्क और भारत के प्रमुख फाइनेंशियल सेंटर्स में निवेशकों से मुलाकात की। इन रोडशो में कंपनी ने अपने डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो, मजबूत वित्तीय स्थिति और डिजिटल-बेस्ड लॉन्ग टर् ग्रोथ स्ट्रैटेजी पर फोकस किया। सूत्रों के मुताबिक, इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने टाटा ग्रुप की विरासत और NBFC के डिजिटल विस्तार की दिशा को सकारात्मक रूप से सराहा है।
कितना बड़ा होगा टाटा कैपिटल IPO
ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, आईपीओ का आकार लगभग 17,200 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। इसमें 21 करोड़ इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 26.58 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा। प्रमोटर टाटा संस करीब 23 करोड़ शेयर बेचेगी, जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) 3.58 करोड़ शेयर ऑफलोड करेगी।
फ्रेश इश्यू से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल टियर-1 कैपिटल को मजबूत करने और लेंडिंग बिजनेस के विस्तार में किया जाएगा। रोडशो के बाद कंपनी अब लिस्टिंग की अंतिम तैयारियों में जुट गई है और जल्द ही आईपीओ लॉन्च की टाइमलाइन तय की जाएगी।
टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है। यह रिटेल, कॉर्पोरेट और इंफ्रास्ट्रक्चर ग्राहकों को डावर्सिफाइड फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराती है। इसके बिजनेस में पर्सनल लोन, होम लोन, बिजनेस लोन, व्हीकल फाइनेंस, वेल्थ मैनेजमेंट, इंवेस्टमेंट एडवाइजरी और इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन शामिल हैं। कंपनी एसएमई और MSME सेक्टर को भी सक्रिय रूप से लोन देती है।