Tata Tech IPO: करीब 19 साल बाद टाटा ग्रुप (Tata Group) की कोई कंपनी लिस्ट होने की तैयारी कर रही तो मार्केट में इसे लेकर काफी चर्चा है। इससे पहले टाटा की आईटी कंपनी टीसीएस (TCS) 2004 में लिस्ट हुई थी। इसने न सिर्फ शेयरों की तेजी से बल्कि बोनस और डिविडेंड के जरिए भी निवेशकों को दमदार मुनाफा दिया है। टीसीएस की बात करें तो इसका डिविडेंड रिकॉर्ड शानदार रहा है और इस वित्त वर्ष में कंपनी ने 9 रुपये के पहले अंतरिम डिविडेंड का ऐलान कर दिया है।
वहीं पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इसने अंतरिम (8 रुपये, 8 रुपये 8 रुपये), स्पेशल (67 रुपये) और फाइनल (24 रुपये) मिलाकर हर शेयर पर कुल 115 रुपये का डिविडेंड बांटा था। अब टाटा टेक की बात करें तो अभी इसने अनलिस्टेड मार्केट में भी अच्छा डिविडेंड बांटा है।
Tata Tech का कैसा रहा है डिविडेंड बांटने का रिकॉर्ड
टाटा टेक की वित्त वर्ष 2022-23 की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 के लिए कंपनी ने हर शेयर पर 12.30 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है। इस प्रकार कंपनी डिविडेंड में 498.97 करोड़ रुपये बांटेगी। अनलिस्टेडजोन की साइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक इससे पहले के दो वित्त वर्षों 2021 और 2022 में कंपनी ने कोई डिविडेंड नहीं बांटा था। वित्त वर्ष 2020 में कंपनी ने 40 रुपये, 2019 में 15 रुपये, 2018 में 30 रुपये, 2017 में 40 रुपये, 2016 में 35 रुपये और 2015 में 75 रुपये का डिविडेंड बांटा था। इसके शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये है।
लिस्टेड कंपनियों से किस तरह अलग है डिविडेंड मिलने की प्रोसेस
टाटा टेक के शेयर अभी लिस्टेड नहीं है तो शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड मिलने का हिसाब थोड़ा अलग है। लिस्टेड कंपनियां जब डिविडेंड बांटती हैं तो यह शेयरहोल्डर्स के खाते में क्रेडिट हो जाता है। वहीं अनलिस्टेड की स्थिति में प्रक्रिया थोड़ी अलग है और यह वापस भी हो सकता है। टाटा टेक के वित्त वर्ष 2022-23 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के अनपेड डिविडेंड अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने से सात साल के भीतर इसे अगर निकाला जाता है तो यह इनवेस्टर एडुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड (IEPF) में चला जाता है। इसके अलावा ये शेयर भी आईईपीएफ अथॉरिटी के डीमैट खाते में चले जाते हैं। इसके बाद आईईपीएफ से इन्हें वापस पाने के लिए एप्लीकेशन डालना पड़ता है।
टाटा टेक का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का होगा। इस आईपीओ के तहत नए शेयर नहीं जारी होंगे और यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) का होगा। इश्यू के जरिए 9.57 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी जिसमें से 8.11 करोड़ शेयर टाटा मोटर्स (Tata Motors) बेचेगी। इसके अलावा अल्फा टीसी होल्डिंग्स अपने हिस्से के 97.2 लाख और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड 1 अपनी होल्डिंग से 48.6 लाख शेयरों को बेचेगी।
अब कंपनी में इनके हिस्सेदारी की बात करें तो टाटा टेक में टाटा मोटर्स की 74.69 फीसदी, अल्फा टीसी की होल्डिंग्स की 7.26 फीसदी और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड 1 की 3.63 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा मोटर्स को इसके शेयर 7.40 रुपये के औसत भाव, अल्फा टीसी होल्डिंग्स को 25.10 रुपये और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड 1 को 25.10 रुपये के औसत भाव पर इसके शेयर मिले थे।