Tata Technologies का आईपीओ 22 नवंबर को खुल गया है। यह टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी है। यह करीब दो दशक में टाटा समूह का पहला आईपीओ है। इससे पहले 2004 में TCS का आईपीओ आया था। टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ 24 नवंबर को बंद हो जाएगा। कंपनी ने इश्यू के लिए 475-500 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। 3,042.51 करोड़ का यह इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इश्यू में 6.08 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। यह कंपनी के पेड-अप कैपिटल का 15 फीसदी है। इस इश्यू को लेकर ज्यादातर एनालिस्ट्स की राय अच्छी है। लेकिन, कुछ चीजों को लेकर चिंता है। प्रतिद्वंद्वी कंपनियो के मुकाबले टाटा टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) कम है। बिजनेस के लिए कंपनी की निर्भरता Tata Motors और जगुआर लैंड रोवर पर है। कंपनी के बिजनेस में ऑटोमोटिव सेगमेंट की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा है। इस इश्यू में निवेश करने से पहले कंपनी के बारे मं बुनियादी बातें जान लेना जरूरी है।
टाटा टेक्नोलॉजी क्या करती है?
यह कंपनी ग्लोबल इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ER&D) सर्विसेज इंडस्ट्री में है। यह प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजिटल सॉल्यूशंस ऑफर करती है। ग्लोबल ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स और उनके टीयर-1 सप्लायर्स को सर्विस देती है। कंपनी के पास ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की विशेषज्ञता है। वह इसका इस्तेमाल एयरोस्पेस, ट्रांसपोर्टेशन और कंस्ट्रक्शन हेवी मिशिनरी कंपनियों को सेवाएं देने के लिए करती है। कंपनी के बिजनेस को दो सेगमेंट में बांटा जा सकता है-सर्विसेज और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन।
टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस सेगमेंट में प्रोडक्ट्स और एजुकेशन बिजनेसेज आते हैं। प्रोडक्ट्स बिजनेस के जरिए कंपनी दो-तिहाई सॉफ्टवेयर अप्लिकेशंस रीसेल करती है। इसमें प्रोडक्ट लाइफ साइकिल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर एंड सॉल्यूशंस शामिल हैं। कंपनी कंसल्टिंग, इंप्लिमेंटेशन, सिस्टम्स इंटिगरेशन और सपोर्ट जैसी वैल्यू-एडेड सर्विसेज भी देती है।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन कैसा है?
Tata Technologies का कंसॉलिडेटेट नेट प्रॉफिट FY23 में 624 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी के प्रॉफिट की ग्रोथ 42.8 फीसदी रही। इस दौरान ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 25 फीसदी बढ़कर 4,414.2 करोड़ रुपये पहुंच गया। सितंबर में खत्म छमाही में कंपनी का प्रॉफिट 36 फीसदी बढ़कर 351.9 करोड़ रुपये पहुंच गया। इस दौरान रेवेन्यू 34 फीसदी बढ़कर 2,526.7 करोड़ रुपये पहुंच गया। FY22 से कंपनी का एबिड्टा मार्जिन 18-20 फीसदी रहा। Tata Technologies पर किसी तरह का कर्ज नहीं है।
स्टॉक के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी की वैल्यूएशन 20,283 करोड़ रुपये आती है। इस इश्यू के जरिए टाटा मोटर्स इस कंपनी (Tata Tech) में अपनी 46.2 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इन शेयरों की वैल्यू 2,314 करोड़ रुपये है। कुछ इनवेस्टर्स भी इस इश्यू में टाटा टेक्नोलॉजी में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। इनमें Alpha TC Holdings शामिल है, जो अपने 97 लाख शेयर 486 करोड़ रुपये में बेचेगी। Tata Capital Growth Fund I अपने 49 लाख शेयर बेचेगी, जिसका मूल्य 243 करोड़ रुपये है।
टाटा टेक्नोलॉजी का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो (PE) 33 गुना है, जो KPIT के 105 गुना से बहुत कम है। L&T Technology के 40 गुना पीई से भी यह कम है। Tata Elxsi का पीई 70 गुना और Cyient का 37 गुना है। FY23 में टाटा टेक्नोलॉजी का रिटर्न ऑन इक्विटी बढ़कर 20.9 फीसदी पहुंच गया। टाटा टेक्नोलॉजी के रेवेन्यू की ग्रोथ प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से ज्यादा रही है। सिर्फ Cyient की ग्रोथ इससे ज्याता है। ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने टाटा टेक्नोलॉजी के इश्यू में निवेश करने की सलाह दी है। इनमें IDBI Capital, Reliance Securities, Arihant Capital और Mehta Equities शामिल हैं।