TVS Supply Chain Solutions IPO: लॉजिस्टिक सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस (TVS Supply Chain Solutions) ने अपना आईपीओ खुलने से एक दिन पहले ही बुधवार 9 अगस्त को एंकर निवेशकों से करीब 396 करोड़ रुपये जुटा लिए। कंपनी ने एक बयान में बताया कि उसने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशलन बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित रखे गए शेयरों में से एंकर निवेशकों को शेयर आवंटित किए हैं। कंपनी की ओर से शेयर बाजारों को भेजी गई जानकारी के मुताबिक, कुल 18 निवेशकों ने एंकर बुक के जरिए कंपनी में निवेश किया। इनमें फ्रैंकलिन इंडिया म्यूचुअल फंड, टाटा म्यूचुअल फंड, सुंदरम म्यूचुअल फंड, SBI लाइफ इंश्योरेंस, ऑथम इन्वेस्टमेंट, विंरो कमर्शियल, सोसाइटी जेनरल जैसे BNP पारिबा आर्बिट्रेज, कॉप्थॉल मॉरीशस, और ऑरिगिन मास्टर फंड प्रमुख निवेशक शामिल हैं।
TVS मोबिलिटी ग्रुप की इस कंपनी ने बताया कि उसके एंकर निवेशकों को कुल 2.01 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किए हैं। ये शेयर 197 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर आवंटित किए गए है, जो इसके IPO प्राइस बैंड का ऊपरी भाव है।
TVS सप्लाई चेन ने कहा, "एंकर निवेशकों को आवंटित कुल शेयरों में से 76.26 लाख शेयर 3 घरेलू म्यूचुअल फंडों को आवंटित किए हए। इन म्यूचुअल फंडों ने अपनी कुल 8 योजनाओं के जरिए इसमें शेयर आवंटित किए थे।"
TVS Supply Chain Solutions अपने इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) से कुल 880 करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है। इसका आईपीओ गुरुवार 10 को बोली के लिए खुलेगा और इसका प्राइस बैंड 187-197 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
IPO के तहत कंपनी 600 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी, जबकि बाकी 280 करोड़ रुपये के शेयर इसके प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों की ओर से बिक्री के लिए रखे जाएंगे। कंपनी के करीब 22 शेयरधारकों अपने शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे, इनमें ओमेगा टीसी होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज भी शामिल है।
पिछले 25 सालों में TVS ग्रुप का यह पहला आईपीओ होगा। ऑफर 14 अगस्त को बंद हो जाएगा। कंपनी के शेयरों की स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टिंग 24 अगस्त को होने की उम्मीद है।
विश्लेषकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्रे मार्केट में इसके शेयर फिलहाल अपने ऊपरी प्राइस बैंड से करीब 15 प्रतिशत अधिक के भाव पर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि स्टॉक मार्केट के जानकारों का कहना है कि किसी भी आईपीओ के बारे में एक ठोस रॉय बनाने के लिए निवेशकों को ग्रे मार्केट प्रीमियम को नहीं देखना चाहिए। असलियत में कंपनी की वित्तीय सेहत ही उसकी सही तस्वीर बताती है।