वर्टिस प्लेटफॉर्म्स ने आईपीओ पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव भाविन पटेल ने यह बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी 18 से 36 महीनों के अंदर आईपीओ लॉन्च करेगी। वर्टिस प्लेटफॉर्म्स पीयर-टू-पीयर लेंडिंग मार्केटप्लेस लेनदेनक्लब की पेरेंट कंपनी है। यह देश का सबसे बड़ा पीयर-टू-पीयर लेंडिंग मार्केटप्लेस है।
पीयर-टू-पीयर लेंडिंग का मतलब
पटेल ने न्यूज एजेंसी रायटर्स को बताया, "हमने तैयारी शुरू कर दी है...हमारा टारगेट अगले 18-36 महीनों में आईपीओ पेश करने का होगा।" उन्होंने कहा कि LenDenClub इंडियन स्टॉक मार्केट्स में लिस्ट होने वाला पहला P2P लेंडर बन सकता है। पीयर-टू-पीयर लेंडिंग ग्राहकों को सीधे लेंडर्स से कनेक्ट करती है। इसमें बैंक और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस शामिल नहीं होते हैं।
आईपीओ से पहले कंपनी के दो टारगेट्स
वर्टिस की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग इस सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर हो सकती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के 2024 में नियमों को सख्त बनाने के बाद इस सेक्टर की ग्रोथ सुस्त पड़ गई है और कंप्लायंस पर खर्च बढ़ गया है। Vartis ने आईपीओ पेश करने से पहले खुद के लिए दो टारगेट तय किए हैं। पहला, कंपनी का सालाना प्रॉफिट 1 अरब रुपये से ज्यादा पहुंचाना है, जबकि दूसरा अकाउंटिंग प्रैक्टिसेज में इंडस्ट्री के हिसाब से बदलाव करना है।
FY25 में 2.4 अरब रुपये रेवेन्यू
पटेल ने कहा, "आंतरिक स्ट्रक्चरिंग में काफी कुछ होना है...हम बीते दो तिमाहियों से इसे करना शुरू कर चुके हैं।" वर्टिस मुंबई की कंपनी है। FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 2.4 अरब रुपये और प्रॉफिट करीब 34 करोड़ रुपये था। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट से मिली है। कंपनी को FY26 में रेवेन्यू 3.5 अरब रुपये और प्रॉफिट 50-60 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
इंस्टामनी को भी आपरेट करती है वर्टिस
उन्होंने कहा कि आरबीआई के नए नियमों का असर FY24 में कंपनी के बिजनेस पर पड़ा था। लेकिन, उसके बाद से लेनदेनेक्लब ने अपने प्लेटफॉर्म में बदलाव किया है। अभी यह देश में लेंडिंग वॉल्यूम के करीब 95 फीसदी की प्रोसेसिंग करती है। रायटर्स कंपनी के मार्केट शेयर को स्वतंत्र रूप से वेरिफाय नहीं कर पाया। वर्टिस प्लेटफॉर्म्स InstaMoney को भी ऑपरेट करती है।
2025 आईपीओ के लिहाज से शानदार साल
इंस्टामनी एक लोन मार्केटप्लेस है। वर्टिस वन इसकी टेक्नोलॉजी इकाई है। इसमें अर्थ कैपिटल और टूसान वेंचर्स ने निवेश किया है। इस कंपनी ने अंतिम बार 2021 में फंड जुटाया था। यह साल आईपीओ के लिहाज से शानदार रहा है। इस साल पाइन लैब्स और ग्रो जैसी कंपनियां स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध हुई। इस साल आईपीओ से जुटाई गई कुल रकम 20.5 अरब डॉलर पार कर जाने की उम्मीद है।