Ventive Hospitality IPO: ब्लैकस्टोन और पंचशील रियल्टी के निवेश वाली वेंटिव हॉस्पिटैलिटी के आईपीओ का प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है। यह इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 20 दिसंबर को खुलेगा और इसमें ₹610-₹643 के प्राइस बैंड में बोली लगा सकेंगे। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू एक कारोबारी दिन पहले यानी कि 19 दिसंबर को खुलेगा। यह इश्यू पूरी तरह से नए शेयरों का है यानी कि सिर्फ नए शेयर जारी किए जाएंगे और ऑफर फॉर सेल के तहत कोई भी शेयरहोल्डर्स अपनी हिस्सेदारी हल्की नहीं करेगा। रियल एस्टेट डेवलपर पंचशील रियल्टी और इंवेस्टमेंट फर्म ब्लैकस्टोन की इसमें 80.9 फीसदी हिस्सेदारी है। मार्केट में इसकी लिस्टेड पियर्स चलेत होटल्स, साम्ही होटल्स, जुनिपर होटल्स, इंडियन होटल्स कंपनी, ईआईएच, लेमनट्री होटल्स और अपीजय सुरेंद्र पार्क होटल्स हैं।
Ventive Hospitality IPO की डिटेल्स
वेंटिव हॉस्पिटैलिटी का ₹1600 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 20-24 दिसंबर के बीच खुला रहेगा। इसके आईपीओ में ₹610-₹643 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 26 दिसंबर को फाइनल होगा। फिर BSE और NSE पर 30 दिसंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले नए शेयर जारी होंगे। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 1400 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में होगा। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के हिसाब से इसके ऊपर 3,609.5 करोड़ रुपये का कर्ज है।
Ventive Hospitality के बारे में
फरवरी 2002 में बनी वेंटिव हॉस्पिटैलिटी हाई-एंड लग्जरी होटल और रिजॉर्ट्स बनाती है। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके नेटवर्क में भारत और मालदीव में 11 ऑपरेशन हॉस्पिटैलिटी एसेट्स हैं जिनमें 2036 कीज हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसमें काफी उतार-चढ़ाव है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 146.2 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले वित्त वर्ष 2023 में यह 15.68 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई। हालांकि फिर वित्त वर्ष 2024 में इसे 66.75 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 26 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,907.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 137.83 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था और 875.9 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।