Veritas Finance IPO: MSME लेंडर वेरिटास फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड अपने IPO से 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने की तैयारी में है। इसके लिए कंपनी नवंबर तक ड्राफ्ट पेपर फाइल करने का प्लान कर रही है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सोर्सेज से मिली है। NBFC वेरिटास फाइनेंस में मल्टीपल्स पीई, केदारा कैपिटल, नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर्स सहित कई निवेशकों का पैसा लगा है।
सोर्सेज ने बताया, "वेरिटास अपने प्रस्तावित IPO पर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज और एचडीएफसी बैंक जैसे इनवेस्टमेंट बैंकों के साथ काम कर रही है। कंपनी नवंबर के अंत से पहले वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के वित्तीय आंकड़ों के साथ ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने का लक्ष्य बना रही है। कंपनी को उम्मीद है कि अगर उसे DRHP दाखिल करने और सेबी से मंजूरी मिलने में कोई देरी नहीं होती है, तो वह वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही यानि जनवरी-मार्च 2025 में अपने IPO के साथ बाजार में उतरेगी।"
सूत्रों ने कहा कि IPO में मुख्य रूप से कंपनी के मौजूदा निवेशकों की ओर से शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। IPO में लगभग 2,000 करोड़ रुपये का OFS होगा। साथ ही लगभग 750-1,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। OFS का साइज IPO के लॉन्च के समय निवेशकों की मांग और बाजार की स्थितियों के आधार पर और बढ़ सकता है।
कितनी पुरानी है Veritas Finance
मुरुगप्पा समूह और अन्य ऋण संस्थानों में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव रखने वाले डी. अरुलमनी ने वेरिटास फाइनेंस को 2015 में शुरू किया था। यह MSME के लिए माइक्रो बिजनेस लोन्स, शॉर्ट टर्म वर्किंग कैपिटल लोन्स, यूज्ड कमर्शियल व्हीकल लोन्स, होम लोन्स, लोन्स अगेंस्ट प्रॉपर्टी आदि प्रोडक्ट्स की पेशकश करती है।
केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में वेरिटास फाइनेंस के AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट) में 62 प्रतिशत की वृद्धि हुई और 31 मार्च 2024 तक ये 5,724 करोड़ रुपये के हो गए। 31 मार्च 2023 तक AUM 3,534 करोड़ रुपये के थे। वित्त वर्ष 2024 में वेरिटास फाइनेंस का मुनाफा बढ़कर 245 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इससे पहले के वित्त वर्ष में यह 176 करोड़ रुपये था। रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 1,124 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 682 करोड़ रुपये था।