Waaree Energies IPO Listing: सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी वारी एनर्जीज के शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल हो चुका है और अब इसकी लिस्टिंग का इंतजार हो रहा है। इसके शेयर आईपीओ निवेशकों को 1503 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। शेयरों की एंट्री BSE और NSE पर सोमवार 28 अक्टूबर को होनी है। अब लिस्टिंग गेन की बात करें तो जब इश्यू सब्सक्राइब हो रहा था और अलॉटमेंट फाइनल हो रहा था, तब तो ग्रे मार्केट से जो संकेत मिल रहे थे, उससे संकेत मिल रहे थे कि लिस्टिंग के दिन ही पैसे डबल हो जाएंगे। हालांकि अब GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) तेजी से नीचे गिर गया और मार्केट में इस समय बिकवाली का माहौल है जिससे गेन को लेकर निवेशकों को आशंका हो गई है कि क्या होगा।
ग्रे मार्केट में इसके शेयर अलॉटमेंट के दिन 1590 रुपये यानी 105.79% फीसदी की जीएमपी पर थे। अब यह 1225 रुपये यानी 81.5% की जीएमपी पर है। इसका मतलब जीएमपी करीब 23 फीसदी टूटा है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी की कारोबारी सेहत और लिस्टिंग के दिन मार्केट की परिस्थिति पर निर्भर रहेगा।
Waaree Energies IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
वारी एनर्जीज का ₹4,321.44 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21-23 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 79.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 215.03 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 65.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 11.27 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 5.45 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 3,600.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 48 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी सोलर सेल और ओडिशा में सोलर पीवी मॉड्यूल मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी, सोलर सेल और 6 गीगावॉट का इनगॉट वेफर बनाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Waaree Energies के बारे में
दिसंबर 1990 में बनी बनी वारी एनर्जीज सोलर पीवी मॉड्यूल्स बनाती है और इसे बनाने वाली यह देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इसकी एग्रीगेट इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 12 गीगावॉट है। इसके क्लाइंट्स भारत के बाहर भी हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 79.65 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 500.28 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 1,274.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 982 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 11,632.76 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 401.13 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 3,496.41 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।