Waaree Energies IPO: वारी एनर्जीज लिमिटेड का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अक्टूबर के मध्य तक आ सकता है। मनीकंट्रोल को इस मामले से वाफिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। निवेशक लंबे समय से इस IPO का इंतजार कर रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि ये शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज की पैरेंट कंपनी है। वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज पिछले 5 सालों में शेयर बाजार की सबसे अधिक रिटर्न देने वाली कंपनियों में से एक है। पिछले 5 साल में इसका शेयर 65,000% से भी अधिक बढ़ा है। इसका मतलब है कि इस कंपनी ने महज 16,000 रुपये के निवेश को पिछले 5 साल में 1 करोड़ रुपये बना दिया। इस भारी रिटर्न के चलते यह कंपनी पिछले कुछ सालों से रिटेल निवेशकों की चहेती कंपनियों में शुमार हैं। ऐसे में अब जब इसकी पैरेंट कंपनी, वारी एनर्जीज का IPO आने वाला है तो निवेशकों की निगाह अभी से इस पर टिक गई हैं।
सोलर PV मॉड्यूल बनाने वाली इस कंपनी के IPO आवेदन को SEBI ने बीते 20 सितंबर को अंतिम मंजूरी दी। कंपनी अपने IPO में फ्रेश शेयरों को जारी कर 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इसके अलावा मौजूदा शेयरधारकों की ओर से 32 लाख शेयरों का ऑफर-फार-सेल (OFS) भी लाया जाएगा। आइए इस IPO से जुड़े सभी अहम जानकारियों को जानते हैं-
IPO से जुटाई रकम का कहां होगा इस्तेमाल?
ऑफर-फार-सेल (OFS) में कौन बेच रहा शेयर?
वारी एनर्जीज के IPO में लगभग 32 लाख शेयरों का ऑफर-फार-सेल (OFS) भी होगा। इसमें से 27 लाख शेयर इसकी प्रमोटरों में से एक वारी सस्टेनबेल फाइनेंस प्राइवेट बेचेगी। वहीं 4.5 लाख शेयरों को चंदुरकर इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बेचा जाएगा। इसके अलावा, कंपनी के शेयरधारकों में से एक समीर सुरेंद्र शाह 50,000 शेयर बिक्री के लिए रखेंगे।
वित्त वर्ष 2023 में वारी एनर्जीज का रेवेन्यू बढ़कर 6,750 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष 2022 में 2,854 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी का शुद्ध मुनाफा लगभग 5 गुना बढ़कर 500.2 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 22 में 79.6 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023 तक, कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव रहा था और उसके पास 642 करोड़ रुपये का रिजर्व है।
बड़े क्लाइंट्स पर निर्भरता
वित्त वर्ष 2023 तक, कंपनी के रेवेन्यू में उसके टॉप-10 क्लाइंट्स का हिस्सा 65.90% था, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 42.78% था। वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में यह हिस्सेदारी और बढ़कर 76.11 फीसदी पर पहुंच गई। इसमें से भी सबसे बड़े क्लाइंट्स का रेवेन्यू में अकेले 20% हिस्सा था।
वारी एनर्जीज अपने रेवेन्यू के लिए अमेरिका पर बहुत अधिक निर्भर है। जून तिमाही तक, कंपनी के कुल रेवेन्यू में उसकी एक्सपोर्ट बिक्री का हिस्सा 73% था, जिसमें अमेरिका को बिक्री का योगदान लगभग 65% था। कंपनी ने अपने DRHP में कहा, "हमारी एक्सपोर्ट बिक्री हमें अंतरराष्ट्रीय बाजारों, खासतौर से अमेरिका से जुड़े जोखिमों और अनिश्चितताओं के प्रति संवेदनशील बनाती है।"
कंपनी की कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और रेजिडेंशियल बिजनेस सेगमेंट में रिटेल बिक्री बढ़ाने की क्षमता फ्रैंचाइजी के साथ संबंधों को बनाए रखने और बढ़ाने पर निर्भर करती है। वित्त वर्ष 2023 में रिटेल बिक्री का कुल रेवेन्यू में 9.96% योगदान था। ऐसा नही होने पर कारोबार और कैश फ्लो पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। वित्त वर्ष 2023 में खुदरा बिक्री ने कुल राजस्व में 9.96% का योगदान दिया।
इसकी रिटेल बिक्री का एक बड़ा गुजरात से आता है। ऐसे में इस इलाके में किसी भी तरीके से मांग में असर आने पर इसके बिजनेस पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा कंपनी अमेरिका में एक 3 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को लगाने की प्रक्रिया में है। इस विस्तारर योजना में किसी भी तरह की अड़चन आने पर कंपनी की ग्रोथ संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।
यह वारी रिन्यूएबल की पैरेंट कंपनी है। इसका गठन साल 2007 में हुआ था। कंपनी का मुख्य फोकस सोलर PV मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है। कंपनी का लक्ष्य ग्लोबल बाजारों में कम लागत में हाई क्वालिटी वाले टिकाऊ एनर्जी सॉल्यूशंस मुहैया कराना है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में मदद मिलेगी।