ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में मुसलमानों के साथ वैसा ही व्यवहार किया जा रहा है जैसा हिटलर के समय में यहूदियों के साथ किया जाता था। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में ओवैसी ने कहा, ''आज के भारत में मुसलमानों की स्थिति हिटलर के दौर में यहूदियों जैसी ही है।" उनकी टिप्पणी "घुसपैठियों" वाली टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने और मोदी पर चुनाव जीतने के लिए नफरत पैदा करने का आरोप लगाने के बाद आई है।
ANI ने ओवैसी के हवाले से कहा, "133 करोड़ भारतीयों के प्रधानमंत्री 17 करोड़ मुसलमानों को घुसपैठिया कह रहे हैं। पीएम मोदी मुस्लिम समुदाय का अपमान क्यों कर रहे हैं? इतनी नफरत क्यों है?" उन्होंने ये बयान याकूतपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए आया।
क्या मुसलमान भारत का हिस्सा नहीं हैं?
ओवैसी ने कहा था, "क्या मुसलमान भारत का हिस्सा नहीं हैं, अगर वे आपको वोट नहीं देते हैं। प्रधानमंत्री को मुसलमानों, जो आबादी का 14 प्रतिशत हिस्सा हैं, को घुसपैठिया कहने का क्या अधिकार है? और मुस्लिम महिलाओं पर ज्यादा बच्चे पैदा करने का आरोप लगाते हैं।"
हाल ही में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वो लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में दोबारा से बांटेगी और पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की टिप्पणी का हवाला दिया कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यक समुदाय का पहला दावा है।
मोदी ने दावा किया, "कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि वे माताओं और बहनों से सोने का हिसाब लेंगे, उसके बारे में जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को बांट देंगे। वो इसे किसको बांटेंगे- मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है।"
रेवन्ना के जरिए BJP पर अटैक
हाल ही में, ओवैसी ने JD(S) के निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना को लेकर भी मोदी पर हमला बोला था। AIMIM प्रमुख ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को JD(S) के लोकसभा सांसद प्रज्वल रेवन्ना की "गंदी हरकतों" के बारे में पता था, लेकिन उन्होंने उनके लिए प्रचार किया।
ओवैसी ने आरोप लगाया, "उन्होंने (प्रज्वल ने) परेशान और उत्पीड़ित असहाय महिलाओं के 2000 वीडियो बनाए...मोदी गए और उनके लिए वोट मांगे। तमाशा ये है कि जब वीडियो सामने आए, तो वो (रेवन्ना) रातों-रात जर्मनी भाग गए।"
हाल के दिनों में कर्नाटक के हासन जिले में प्रज्वल रेवन्ना की तरफ से कथित तौर पर सैकड़ों महिलाओं का यौन शोषण करने वाले कई वीडियो क्लिप प्रसारित होने लगे थे।