चुनाव आयोग ने हेमा मालिनी पर अनुचित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ कार्रवाई की है। आयोग ने 16 अप्रैल को शाम 6 बजे से अगले 48 घंटे तक सुरजेवाला के रैली और जनसभा करने पर पाबंदी लगा दी है। इस दौरान वह सार्वजनिक बैठकें, रोड शो, इंटरव्यू और मीडिया में सार्वजनिक बयान नहीं दे सकेंगे। कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा के कैथल (कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र) में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी की नेता और मथुरा सांसद हेमा मालिनी पर अभद्र टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था, 'हमें लोग विधायक, सांसद क्यों बनाते हैं? हम हेमा मालिनी तो हैं नहीं कि चाटने के लिए बनाते हैं।' बयान पर विवाद बढ़ने के बाद सुरजेवाला ने सफाई दी थी और कहा था कि उनका इरादा हेमा मालिनी का अपमान करना या उन्हें आहत करना नहीं था। चुनाव आयोग ने बीते 9 अप्रैल को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को हेमा मालिनी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
आयोग ने सुरजेवाला को जारी किया था नोटिस
आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अपने नेताओं द्वारा सार्वजनिक सभाओं में महिलाओं का सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाए रखने की सलाह का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों पर भी प्रतिक्रिया मांगी थी। चुनाव आयोग ने सुरजेवाला को 11 अप्रैल तक नोटिस का जवाब देने को कहा था। वहीं खड़गे को 12 अप्रैल तक का समय दिया था। आयोग के नोटिस पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि बिना तारीख वाला वीडियो छेड़छाड़ करके सोशल सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था। मेरा इरादा अभिनेत्री को अपमानित करने या ठेस पहुंचाने का नहीं था।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए हेमा मालिनी ने कहा था, 'उन्हें जो भी टिप्पणी करनी है, करने दीजिए. जनता मेरे साथ है। उनके द्वारा टिप्पणी करने से क्या होगा? मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. विपक्ष का काम ही बयानबाजी करना है। वे मेरे लिए अच्छी बातें नहीं करेंगे।' हेमा मालिनी मथुरा संसदीय सीट से बीजेपी की सांसद हैं और पार्टी ने इस बार भी उन्हें यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है।