Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में तक साधना में लीन रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 'ध्यान मंडपम' में दिन-रात ध्यान करेंगे, जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था। लोकसभा चुनाव के आखिरी और सातवें चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार (30 मई) शाम समाप्त हो जाएगा। पीएम मोदी गुरुवार को पंजाब के होशियारपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम की इस आखिरी चुनावी रैली के बाद आज ही वह तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना होंगे जहां उनका 1 जून तक ठहरने का कार्यक्रम है।
पीएम मोदी ने की मैराथन चुनावी अभियान
न्यूज18 द्वारा की गई गणना के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने इस चुनावी मौसम में 180 से अधिक चुनाव अभियान कार्यक्रम किए, जिनमें उनकी रैलियां और रोड शो शामिल थे। 57 दिनों के अपने वास्तविक अभियान को देखते हुए पीएम मोदी ने इन 180 कार्यक्रमों को प्रतिदिन तीन से अधिक कार्यक्रमों की दर से पूरा किया। तीन दिन ऐसे थे जब पीएम ने एक ही दिन में पांच कार्यक्रम करने का फैसला किया, जबकि 22 दिनों में उन्होंने प्रतिदिन चार कार्यक्रम किए। मैराथन अभियान के दौरान वह देश के हर हिस्से में गए। पीएम ने मई में अभियान की गति को बढ़ाया जब उन्होंने एक महीन में 96 कार्यक्रम किए।
चार राज्य पीएम मोदी के अभियान का बड़ा केंद्र बिंदु थे। इन ढाई महीनों में उनके सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में से आधे से अधिक यहीं हुए। पीएम ने उत्तर प्रदेश (31) में अपने अधिकतम चुनावी कार्यक्रमों को संबोधित किया, क्योंकि यह राज्य लोकसभा में 80 सांसद भेजता है। इस राज्य पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का बड़ा फोकस है। NDA ने 2019 में यूपी में 64 सीटें जीती थीं और बीजेपी यहां अपनी संख्या बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
दूसरा बड़ा फोकस राज्य बिहार था जहां पीएम ने 20 चुनावी कार्यक्रम किए। उसके बाद महाराष्ट्र में 19 और पश्चिम बंगाल में 18 कार्यक्रम किए। पीएम ने 2019 से महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियों की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है। राज्य में बीजेपी ने इस बार एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की NCP के साथ नए गठबंधन बनाए हैं। इस बीच, बिहार में JDU फिर से NDA के पाले में आ गई।
पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी ने 18 चुनावी कार्यक्रम किए, जिसमें कोलकाता में एक बड़ा रोड शो भी शामिल है। यह राज्य इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बीजेपी पिछली बार जीती गई 18 सीटों से यहां अपनी संख्या बढ़ाना चाहती है। बिहार के पटना में पीएम मोदी का रोड शो भी इस बार महत्वपूर्ण रहा क्योंकि इसमें भारी भीड़ उमड़ी थी। मुंबई में पीएम मोदी के रोड शो में भी यही स्थिति रही।
दक्षिण भारत में 35 रैलियां
पीएम मोदी ने इस बार दक्षिण भारत में बड़ा प्रयास किया, जहां बीजेपी को लगता है कि वह अच्छी संख्या में सीटें जीतकर सबको चौंका देगी। पीएम मोदी ने पांच दक्षिणी राज्यों में 35 चुनावी कार्यक्रम किए, जिनमें कर्नाटक और तेलंगाना में 11-11 कार्यक्रम शामिल है। जबकि तमिलनाडु में सात कार्यक्रम किए।सबसे बड़ा फोकस स्पष्ट रूप से तेलंगाना पर था, जहां बीजेपी को BRS के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की गंध आ रही है, जिसे पिछले साल सत्ता से बाहर कर दिया गया था। बीजेपी को लगता है कि इस बार तेलंगाना में मुकाबला कांग्रेस के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में 10 चुनावी कार्यक्रम किए, क्योंकि यहां BJP नवीन पाठक की BJD के साथ कड़ी टक्कर दे रही है। प्रधानमंत्री ने ओडिशा के पुरी में एक बड़ा रोड शो किया। मध्य प्रदेश में भी प्रधानमंत्री ने 10 चुनावी कार्यक्रम किए, जबकि झारखंड में प्रधानमंत्री ने 7 कार्यक्रम किए, क्योंकि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद BJP को वहां की JMM सरकार के खिलाफ गुस्सा महसूस हो रहा है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री ने क्रमश: पांच और चार चुनावी कार्यक्रम किए।
पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में प्रधानमंत्री ने पांच चुनावी कार्यक्रम किए, जबकि प्रमुख राज्य पंजाब में प्रधानमंत्री ने चार रैलियां कीं, जिसमें 30 मई को होशियारपुर में इस चुनावी मौसम की उनकी आखिरी रैली भी शामिल है। हरियाणा में प्रधानमंत्री ने तीन रैलियां कीं, जबकि दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में प्रधानमंत्री ने दो-दो रैलियां कीं। पूर्वोत्तर राज्यों में भी प्रधानमंत्री ने दो रैलियां कीं, जबकि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एक रैली की।