Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े (Anant Kumar Hegde) के बयान को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और BJP पर सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता का विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने ये भी दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में 400 सीट की बात जा रही है, ताकि संविधान बदला जा सके।
BJP सांसद हेगड़े ने रविवार को कहा था कि प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द को हटाने के लिए BJP संविधान में संशोधन करेगी। उन्होंने लोगों से लोकसभा में BJP को दो-तिहाई बहुमत देने की अपील की थी, ताकि देश के संविधान में संशोधन किया जा सके। BJP ने हेगड़े के बयान को उनका ‘निजी विचार’ करार दिया है।
खड़गे ने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री एक तरफ बात करते हैं कि संविधान नहीं बदलेगा, लेकिन अपने लोगों से कहलवाते हैं कि 400 सीट दो, ताकि संविधान बदला जा सके।"
उन्होंने BJP और RSS पर निशाना साधते हुए कहा, "ये लोग सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं, संविधान में ‘धर्मनिरपेक्षता’ शब्द के खिलाफ हैं...इनकी मानसिकता बुरी है और इससे देश में हंगामा मचेगा।"
उन्होंने सवाल किया, "SC, ST का आरक्षण संविधान में दिया गया है। आप क्या बदलना चाहते हैं? खड़गे ने दावा किया, "वे (BJP) संविधान बदलना चाहते हैं, इसलिए 400 पार की बात कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "आप सामाजिक न्याय नहीं चाहते। मैं तो कहूंगा कि आप लोग 'मनुवादी' हैं।''
BJP ने मांगा सांसद हेगड़े से जवाब?
वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र की एक अनुशासनात्मक समिति ने सोमवार को पार्टी के सांसद अनत कुमार हेगड़े की "संविधान बदलने" वाले बयान पर गौर करने के लिए कदम उठाया। हालांकि, उसी दिन, भगवा पार्टी ने सांसद की टिप्पणियों से खुद को यह कहते हुए अलग कर लिया कि उनकी टिप्पणियां "उनकी व्यक्तिगत राय हैं और ये पार्टी का बयान या रुख नहीं है।"
पार्टी की कर्नाटक इकाई ने X पर एक पोस्ट में कहा, "BJP देश के संविधान को बनाए रखने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और हेगड़े से उनके बयानों के संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगेगी।"
BJP सांसद ने कहा था, “अगर संविधान में संशोधन करना है - तो कांग्रेस ने इसमें गैर-जरूरी चीजों को जबरदस्ती भरकर संविधान को मौलिक रूप से विकृत कर दिया है, खासकर ऐसे कानून लाकर, जिनका मकसद हिंदू समाज को दबाने के लिए था। अगर यह सब करना है, इस बहुमत के साथ इसे बदला जाना संभव नहीं है।"
हेगड़े ने संविधान में बदलाव करने के लिए लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों में भी BJP को दो-तिहाई बहुमत की जरूरत पर जोर दिया था।