Lok Sabha Elections 2024: दो दिन में BJP को दो झटके! अब चुरू के BJP सांसद राहुल कस्वां ने थामा कांग्रेस का हाथ
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर राहुल कस्वां ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। खड़गे ने पार्टी में उनका स्वागत किया। इस मौके पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद थे। खड़गे ने कहा कि मुझे खुशी है कि सामंतवादी लोगों के खिलाफ लड़ने वाले राहुल कस्वां जी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं
Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान के चुरू से लोकसभा सांसद राहुल कस्वां BJP से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए
Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान (Rajasthan) के चुरू (Churu) से लोकसभा सांसद राहुल कस्वां (Rahul Kaswan) सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। खड़गे ने पार्टी में उनका स्वागत किया। इस मौके पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे। ये दो दिन में बीजेपी को दूसरा झटका है, क्योंकि उसके दो मौजूदा सांसद पार्टी छोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद राहुल कस्वां ने कहा, "मैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ-साथ राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का आभारी हूं। मैं पीएम नरेंद्र मोदी का आभारी हूं, क्योंकि मुझे 10 साल तक लोगों के लिए काम करने का मौका मिला। किसानों की आवाज को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसे कई मुद्दे हैं, जिन पर मैंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का फैसला किया।"
BJP ने काट दिया था राहुल कस्वां का टिकट
BJP की तरफ से लोकसभा टिकट काटे जाने के बाद राहुल कस्वां ने नाराजगी के चलते यह कदम उठाया है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले कस्वां ने भारतीय जनता पार्टी और संसद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने 'X' पर पोस्ट किया, "राम-राम मेरे चूरू लोकसभा परिवार.....मेरे परिवारजनों! आप सब की भावनाओं के अनुरूप, मैं सार्वजनिक जीवन का एक बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं। राजनीतिक कारणों के चलते आज इसी समय, मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और संसद सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूं।"
कस्वां ने कहा, "समस्त भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मुझे 10 सालों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया। विशेष आभार मेरे चूरू लोकसभा परिवार का, जिन्होंने मुझे सदैव बहुमूल्य साथ, सहयोग और आशीर्वाद दिया।"
BJP ने चुरू सीट से नये चेहरे देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दिया है। झाझड़िया पैरालंपिक में दो बार गोल्ड और एक बार सिल्वर मेडल जीत चुके हैं।
वहीं राहुल कस्वां दो बार बीजेपी सांसद रहे हैं और उनके पिता रामसिंह कस्वां भी तीन बार बीजेपी सांसद रहे थे।
'आखिर मेरा गुनाह क्या...?'
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए टिकट कटने के बाद कस्वां ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा था, "आखिर मेरा गुनाह क्या था…? क्या मैं ईमानदार नहीं था? क्या मैं मेहनती नहीं था? क्या मैं निष्ठावान नहीं था? क्या मैं दागदार था? क्या मैंने चूरू लोकसभा में काम करवाने में कोई कमी छोड़ दी थी?"
BJP ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दो मार्च को राजस्थान की 25 में से 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिनमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ चार केंद्रीय मंत्रियों के नाम शामिल हैं।
पार्टी ने जिन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे हैं, उनमें राहुल कस्वां (चूरू), रंजीता कोली (भरतपुर), देवजी पटेल (जालौर), अर्जुन लाल मीणा (उदयपुर) और कनकमल कटारा (बांसवाड़ा) शामिल हैं। बाकी सांसदों ने तो पार्टी के फैसले को मान लिया, लेकिन राहुल कस्वां ने बागवती तेवर अपनाते हुए पार्टी छोड़ दी।
हरियाणा में भी लगा BJP को झटका
इससे ठीक एक दिन पहले यानि 10 मार्च को BJP को हरियाणा में भी ठीक इसी तरह झटका लगा है। जब हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह ने भी बीजेपी को अलविदा कह दिया था। उसी दिन बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए। हालांकि, पार्टी ने राज्य में अभी 10 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। उससे पहले ही सांसद ने पार्टी छोड़ दी।
BJP से इस्तीफे की जानकारी खुद सांसद बृजेंद्र सिंह ने X पर पोस्ट कर दी। उन्होंने लिखा, "मैंने राजनीतिक कारणों से BJP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मुझे हिसार के संसद सदस्य के रूप में सेवा करने का मौका देने के लिए, मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं।"
उन्होंने आगे लिखा, "साथ ही मैंने लोकसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। मैं हिसार की जनता का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अपना प्रतिनिधित्व करने का, उनकी मांगों को उनके सांसद के तौर पर उठाने का मौका दिया। जनसेवा का जो संकल्प लेकर मैं IAS की नौकरी छोड़ कर राजनीति में आया था, वो जारी रहेगा।" इसके बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन की।