Loksabha Election 2024: संजय निरुपम का 6 साल के लिए कांग्रेस से कटा पत्ता, बगावती तेवर के चलते पार्टी ने किया बाहर

Loksabha Election 2024: कांग्रेस के फैसलों से नाराज संजय निरुपम ने कहा है कि पार्टी अपनी ऊर्जा और स्टेशनरी मुझ पर खर्च न करे। कल (गुरुवार) मैं बड़ा फैसला कर लूंगा। इससे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि उनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल था। हमने उसे हटा दिया है

अपडेटेड Apr 04, 2024 पर 1:23 AM
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Loksabha Election 2024: बागी संजय निरुपम को कांग्रेस ने 6 साल के लिए निकाला, पार्टी विरोधी गतिविधियों पर लिया एक्शन

Loksabha Election 2024: अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों को लेकर कांग्रेस (Congress) ने बुधवार को अपने वरिष्ठ नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। इससे पहले दिन में, सबसे पुरानी पार्टी ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी हटा दिया, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मुंबई में पार्टी की अभियान समिति की बैठक में भाग लेने के बाद ये जानकारी दी थी। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि उसने सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के बीच पार्टी नेतृत्व पर की गई पूर्व सांसद संजय निरुपम की बयानबाजी के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, निरुपम ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को अपने फैसले की घोषणा करेंगे।

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने मुंबई में पार्टी की प्रचार समिति की बैठक में भाग लेने के बाद मीडिया से कहा कि कांग्रेस ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया है।

मेरे ऊपर अपनी ऊर्जा न खर्च करे पार्टी- संजय निरुपम


जबकि कांग्रेस की मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को अपना रुख बताएंगे। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वित्तीय संकट का सामना कर रही पार्टी को अपनी ऊर्जा खर्च नहीं करनी चाहिए।

निरुपम ने ‘X’ पर कहा, "कांग्रेस मेरे लिए ज्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी खर्च न करे, बल्कि अपनी बची-कुची एनर्जी और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे...वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है... मैंने जो एक हफ्ते का समय दिया था, वो आज पूरा हो गया है, कल मैं खुद फैसला ले लूंगा।"

प्रचार समिति की बैठक के बाद पटोले ने संवाददाताओं से कहा, "पार्टी ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है और पार्टी तथा प्रदेश इकाई नेतृत्व के खिलाफ बयानों के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। एक या दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।"

क्यों नाराज थे संजय निरुपम?

दरअसल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई की छह लोकसभा सीट में से मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट समेत चार के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी, जिसके बाद निरुपम ने कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा था। बताया जाता है कि निरुपम मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से  लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ना चाहते हैं।

मुंबई उत्तर से सांसद रह चुके निरुपम ने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को शिवसेना (यूबीटी) के आगे दबाव में झुकना नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में एकतरफा उम्मीदवार उतारने के शिवसेना (यूबीटी) के फैसले को स्वीकार करना कांग्रेस को बर्बाद करने की मंजूरी देने जैसा है।

संजय निरुपम का राजनीतिक जीवन

निरुपम एक समय शिवसेना में भी रह चुके हैं। उन्होंने 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। उन्होंने उत्तर भारतीय फेरीवालों का मुद्दा उठाया और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। साल 2009 में, उन्होंने मुंबई उत्तर सीट से चुनाव में जीत हासिल की।

निरुपम 2014 में मुंबई उत्तर सीट BJP के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। समझा जाता है कि निरुपम मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने अपना उम्मीदवार उतारकर उनके इरादों पर पानी फेर दिया।

Shubham Sharma

Shubham Sharma

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