Loksabha Elections 2024: लोकसभा के पहले चरण के लिए वोटिंग आज यानी 19 अप्रैल को शुरू हो गई है। कुल 21 राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों की 102 सीटों के लिए पहले चरण में वोटिंग हो रही है। इनमें 39 सीटें तमिलनाडु, 12 सीटें राजस्थान, 8 उत्तर प्रदेश, 6 मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, असम और महाराष्ट्र में से प्रत्येक में 5-5, बिहार में 4 और पश्चिम बंगाल में 3 सीटें शामिल हैं। उत्तरपूर्वी राज्यों और जम्मू एवं कश्मीर में भी 1 या सीटों पर मतदान हो रहा है। मनीकंट्रोल आपको उन सीटों के बारे में बता रहा है, जिनमें आपकी सबसे ज्यादा दिलचस्पी हो सकती है।
केंद्रीय रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी फिर से नागपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। गडकरी BJP के सबसे सीनियर लीडर्स में से एक हैं। वह इस सीट से पिछले दो लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता विलास मुट्टेमवार को गडकरी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में बड़े अंतर से हराया था। 2019 में उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के ताकतवर नेता नाना पटोले को पराजित किया था। इस बार गडकरी का मुकाबला कांग्रेस के विलास ठाकरे से हैं, जो अभी नागपुर वेस्ट की विधानसभा सीट से विधायक हैं।
यूपी की नगीना सीट पर मुकाबला आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद, SP के मनोज कुमार, BSP के सुरेंदर पाल सिंह और BJP के ओम कुमार के बीच है। चंद्रशेखर आजाद पिछले कुछ सालों में बड़े दलित नेता के रूप में उभरे हैं। इस बार उनकी साख दांव पर लगी है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 2009 से अब तक नगीना सीट पर कोई राजनीतिक पार्टी लगातार दो बार जीत हासिल नहीं कर सकी है। 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर BSP के गिरीश चंद्र ने BJP के यशवंत सिंह को 1,66,832 वोटों के अंतर से हराया था।
अरुणाचल वेस्ट (अरुणाचल प्रदेश)
अरुणाचल प्रदेश उन राज्यों में शामिल हैं, जहां लोकसभा और राज्यसभा के चुनाव एक साथ हो रहे हैं। 19 अप्रैल को राज्य के मतदाता लोकसभा और विधानसभा के लिए उम्मीदवारों का चुनाव करेंगे। यह सीट इसलिए अहम है, क्योंकि यहां से केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार नाबाम तुकी से है, जो राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। जदयू उम्मीदवार रूही तांगुंग भी चुनावी मैदान में हैं। 2019 के चुनाव में रिजिजू ने इस सीट पर तुकी को हराया था।
इस सीट से कांग्रेस के नकुल नाथ दोबारा ताल ठोंक रहे हैं। वह मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे हैं। नकुल ने इस सीट पर 2019 के चुनाव में BJP के नाथनसाहा कावरेटी को हराया था। पिछले लोकसभा चुनावों में छिंदवाड़ा एकमात्र सीट थी, जिस पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। बाकी 28 सीटें BJP के खाते में गई थी। छिंदवाड़ा लंबे समय से दिग्गज कांग्रेस नेता कमलनाथ का गढ़ रही है। वह 1980 से इस सीट से 9 बार चुनाव जीत चुके हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इस सीट पर लंबे समय से मेनका गांधी और उनके बेटे वरूण गांधी का प्रभुत्व रहा है। 1989 से ही इस सीट पर मेनका परिवार की मजबूत पकड़ रही है। वरूण इस सीट से 2019 में चुनाव जीते थे। इस बार BJP ने इस सीट से उम्मीदवार बदला है। यहां से यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद BJP के उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला SP के भगवान शरण गंगवार से है। तीसरे उम्मीदवार BSP के अनीश अहमद खान हैं।
यह सीट लंबे समय से चर्चा में रहती आई है। यहां मुख्य मुकाबला DMK और AIDMK के उम्मीदवारों के बीच होता आया है। 2019 के चुनावों में CPM के पीआर नटराजन ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। यहां से BJP ने तमिलनाडु में पार्टी के अध्यक्ष के अन्नामलाई को टिकट दिया है। उनका मुकाबला DMK के गणपति पी राजकुमार और AIDMK के सिंगाई रामचंद्रन से है।
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