नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने इस बार सबसे बड़ी टीम चुनी है। इसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्यमंत्री शामिल हैं। 43 मंत्री ऐसे हैं जो कम से कम तीन बार सांसद रह चुके हैं। 39 मंत्री ऐसे हैं जो मोदी सरकार में पहले भी काम कर चुके हैं। 6 मंत्री ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री रह चुके हैं। शिवराज चौहान जैसे अनुभवी दिग्गज और चिराग पासवान जैसे युवा भी इस बार मोदी टीम में शामिल हैं। इस बीच सभी नए मंत्रियों को इस हफ्ते के गुरुवार तक दिल्ली नहीं छोड़ने के लिए कहा गया है। यानी सभी मंत्री अपने दफ्तर में रहेंगे।
कैबिनेट मंत्री बनाए गए जीतनराम मांझी ने कहा कि इस बार पहले से कठिन कदम उठाना है। पीएम का दृढ़ संकल्प है कि अगले पांच सालों में भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था में लाना है इसके लिए मंत्रियों को टास्क दिया गया है। वहीं आज (10 जून) शाम पांच बजे PM आवास, लोक कल्याण मार्ग, पर कैबिनेट की पहली बैठक होगी। इसके बाद सभी मंत्री जेपी नड्डा की ओर से दिए गए डिनर में शामिल होंगे।
इस हफ्ते सभी मंत्री अपने दफ्तर में रहेंगे
मांझी ने आगे बताया कि सभी मंत्रियों से कहा गया है कि हफ्ते के शुरुआती 4 दिनों तक यानी गुरुवार (13 जून) तक अपने ऑफिस में रहेंगे। कोई भी मंत्री दिल्ली से बाहर नहीं जाएंगे। एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हम लोगों को टास्क दिया है कि सभी लोग सोमवार, बुध, मंगल और गुरुवार चार दिन तक हेटक्वार्टर छोड़कर बाहर कहीं नहीं जाएंगे। सरकारी काम है उसमें लगे रहेंगे, उसके बाद अपने क्षेत्र में जाएंगे। बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में 79 साल के जीतन राम मांझी सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं। मांझी ने मोदी सरकार के तीसरे कार्याकाल में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वह बिहार के 23वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक अध्यक्ष हैं।
10 साल ट्रेलर देखा, पिक्चर अभी बाकी है...
23 फरवरी 2024 को दिल्ली में PM मोदी ने मंत्रियों से कहा था कि अगले 5 साल का रोडमैप और 100 दिनों का एक्शन प्लान बनाएं। अफसर आचार संहिता के दौरान इस पर होमवर्क करते रहें। 5 अप्रैल को राजस्थान के चूरू में एक चुनावी रैली में खुद पीएम मोदी ने कहा था कि 10 साल में हमने जो काम किया वो ट्रेलर था। पूरी पिक्चर आना अभी बाकी है।