Modi 3.0 Swearing-in Ceremony: पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की 72 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में कुल 7 महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें दो कैबिनेट मंत्री बनाई गई हैं। यह निवर्तमान मंत्रिपरिषद से तीन कम है। 5 जून को भंग की जा चुकी पिछली मंत्रिपरिषद में कुल 10 महिला मंत्री थीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक को 18वीं लोकसभा की मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली।
नई मंत्रिपरिषद में पूर्व केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, बीजेपी सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खडसे, सावित्री ठाकुर और निमुबेन बांभनिया और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को शामिल किया गया है। सीतारमण और अन्नपूर्णा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि शेष ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
अनुप्रिया पटेल बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की प्रमुख हैं। वह पहली नरेंद्र मोदी सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री थीं। मोदी 2.0 में उन्हें वाणिज्य और उद्योग के लिए जूनियर मंत्री बनाया गया था। इस चुनाव में उनकी पार्टी की लोकसभा सीट की संख्या दो से घटकर 1 हो गई।
लोकसभा चुनाव में ईरानी, पवार और ज्योति अपनी मौजूदा सीटों क्रमश: अमेठी डंडोरी और फतेहपुर से हार गईं। वहीं, जरदोश, लेखी और भौमिक को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। आम चुनाव में 74 महिला उम्मीदवादों ने जीत दर्ज की और यह संख्या 2019 में निर्वाचित 78 महिला प्रत्याशियों की तुलना में कुछ कम है।
37 वर्षीय रक्षा खडसे महाराष्ट्र के दिग्गज राजनेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। रावेर से तीन बार सांसद रह चुकीं खडसे पहले सरपंच और जिला परिषद की सदस्य के रूप में काम कर चुकी हैं। मोदी 3.0 में जगह बनाने वाली एक और पहली बार मंत्री बनीं सावित्री ठाकुर हैं, जो धार से दो बार सांसद रह चुकी हैं।
उन्होंने 2014 का चुनाव जीता था, लेकिन 2019 के चुनावों में उन्हें पास नहीं मिला। 2024 में, उन्होंने 2 लाख से अधिक मतों के अंतर से सीट जीतने के लिए जोरदार वापसी की। ठाकुर को भी पंचायत स्तर पर काम करने का व्यापक अनुभव है।
कर्नाटक से दो बार भाजपा सांसद रहीं शोभा करंदलाजे पहले राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं। वह नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार में शामिल उन मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें मोदी 3.0 में भी बरकरार रखा गया है। इससे पहले वे केंद्र सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय संभाल चुकी हैं।
57 वर्षीय निमुबेन भंबानिया भावनगर से सांसद हैं। पूर्व टीचर वह पहले भावनगर की मेयर रह चुकी हैं और बीजेपी के भीतर विभिन्न संगठनात्मक भूमिकाओं में काम कर चुकी हैं। रविवार (9 जून) शाम, नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की और उनकी मंत्रिपरिषद के 71 सदस्यों ने शपथ ली।