नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बन गए हैं। रविवार को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में मोदी के साथ ही 71 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। इनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्यमंत्री हैं। ज्यादातर पुराने चेहरों को ही नई सरकार में जगह मिली है। मोदी सरकार 3.0 में एनडीए के सहयोगी दलों को भी मंत्रिमंडल में मौका मिला है। इस बीच टीडीपी सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कुछ अलग तरीके से शपथ ग्रहण किया। जिससे सब लोगों को ध्यान इस ओर चला गया।
चंद्रशेखर पेम्मासानी ने शपथ ग्रहण के दौरान जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वह अन्य नेताओं के मुकाबले अलग थे। यहां तक कि प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह जैसे दिग्गज नेताओं के शपथ ग्रहण के शब्द एक ही थे।
TDP सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी ने शपथ ग्रहण के दौरान इन शब्दों का किया इस्तेमाल
आमतौर पर शपथ ग्रहण के दौरान हर कोई यही बोलते हैं कि मैं ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति… इस तरह मंत्रियों की शपथ पूरी होती है। प्रधानमंत्री भी ऐसे ही शपथ लेते हैं। लेकिन जब TDP सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी ने शपथ ली, तो उनके शब्द बाकी मंत्रियों से अलग थे। उन्होंने ये नहीं कहा कि मैं ईश्वर की शपथ लेता हूं। चंद्रशेखर पेम्मासानी ने अपनी शपथ में ईश्वर या गॉड शब्द का इस्तेमाल नहीं किया- है। डॉक्टर से राजनेता बने पेम्मासानी ने मंत्रिपद की शपथ अंग्रेजी में ली। उन्होंने कहा, I Dr. Pemmasani Chandrashekhar do Solemnly affirm that I will bear true faith and allegiance to the constitution of India… यानी पेन्नासानी ने गॉड शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।
शपथ ग्रहण पर जानकारों की राय
ऐसे शपथ ग्रहण अधूरी मानी जाएगी या पूरी इस मामले में जानकारों ने आपनी राय दी है। कानून के जानकारों का कहना है कि संविधान में दो तरीके से शपथ ग्रहण किया जा सकता है। पहला भगवान यानी गॉड के नाम पर और दूसरा सत्यनिष्ठा के नाम पर शपथ ग्रहण कर सकते हैं। यह शपथ पूरी मानी जाएगी।