दिल्ली में मोदी 3.0 मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है। महाराष्ट्र में 'महायुति' की हार का असर कैबिनेट पदों पर पड़ता दिख रहा है। ऐसा लगता है कि NCP एनडीए की पहली सहयोगी पार्टी है जिसे 'अनुरोध' करने के बावजूद कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिला। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुआई वाली NCP से कोई नेता मंत्री पद की शपथ नहीं लेगा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रफुल्ल पटेल को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री का पद ऑफर किया गया है, लेकिन वह कैबिनेट मंत्री पर जोर दे रहे हैं। शपथ लेने वाले अन्य लोगों में BJP के नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और रक्षा खडसे, शिवसेना के प्रतापराव जाधव और RPI(A) प्रमुख रामदास अठावले शामिल हैं।
NCP नेता प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) ने रविवार शाम न्यूज एजेंसी ANI कहा, "हमें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के बारे में सूचना मिली लेकिन मैं स्वयं भारत सरकार का कैबिनेट मंत्री पहले रह चुका हूं। हमें खुशी है कि उन्होंने हमें सूचना दी लेकिन मेरे लिए यह पद लेना थोड़ा कठिन है...जो अटकले लगाई जा रही हैं वह गलत हैं, कोई मतभेद नहीं है।"
वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री के लिए सरकार की ओर से पेशकश की गई थी। लेकिन उनकी ओर से प्रफुल्ल पटेल का नाम फाइनल हो चुका था और वे पहले से ही मंत्री थे। इसलिए, वे स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री का पद नहीं संभाल पाएंगे। जब गठबंधन के साथ सरकार बनती है तो कुछ मानदंड तय करने की जरूरत होती है, क्योंकि कई पक्ष एक साथ होते हैं। लेकिन एक पार्टी की वजह से मानदंडों को तोड़ा नहीं जा सकता। लेकिन, मुझे यकीन है कि भविष्य में जब विस्तार होगा तो उस समय उन्हें याद किया जाएगा... उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद के लिए अनुरोध किया था।"
NCP प्रमुख अजित पवार ने कहा, "यह तीसरी बार है जब पीएम मोदी शपथ ले रहे हैं...लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए की बैठकें हुई थीं। मैंने प्रफुल्ल भाई को बैठक के लिए भेजा था...कल उन्होंने हमें स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री का प्रस्ताव दिया। प्रफुल्ल जी ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर काम किया है और हमारे लिए इसे स्वीकार करना सही नहीं था...हमने कहा कि हम कुछ समय तक इंतजार करने के लिए तैयार हैं। हम कैबिनेट चाहते हैं। हमने स्वतंत्र प्रभार को अस्वीकार कर दिया।"
ये हैं मोदी केबिनेट के मुख्य चेहरे
मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम को शपथ लेने वाली मंत्रिपरिषद में अपनी निवर्तमान सरकार के अधिकतर प्रमुख चेहरों को शामिल कर अपने नये कार्यकाल में निरंतरता का संदेश दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, निवर्तमान सरकार में गृहमंत्री रहे अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के अलावा इसके अन्य वरिष्ठ सदस्य पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, गजेन्द्र सिंह शेखावत और हरदीप सिंह पुरी के नई सरकार का हिस्सा होने की पूरी संभावना है।
संभावित मंत्रियों के साथ सुबह चाय पर मुलाकात के बाद मोदी ने उन्हें संबोधित भी किया। आधिकारिक तौर पर जारी किए गए एक वीडियो के अनुसार, करीब 65 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। साल 2014 से यह एक परंपरा सी बन गई है कि मोदी मंत्रिपरिषद के गठन से पहले नेताओं को चाय पर बुलाते हैं और फिर कमाबेश वही चेहरे मंत्री पद की शपथ लेते हैं। हालांकि, संभावित मंत्रियों के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।