कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने पाकिस्तान में आंतकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया है। पायलट का कहना है कि उनकी पार्टी भारत-चीन सीमा पर भी ऐसी सख्त कार्रवाई का समर्थन करेगी। न्यूज18 के साथ बातचीत में पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री के '400 पार' जुमले का इरादा विपक्ष को खत्म करना है। न्यूज18 ने राजस्थान के शेखावटी इलाके (सीकर, झुंझनू, जयपुर (ग्रामीण) और अलवर में हुई रैलियों में पायलट के साथ यात्रा की। न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में पायलट ने दावा किया कि कांग्रेस राजस्थान में बीजेपी के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतेगी। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं जीती थी।
पायलट कहा है कि इस बार हमारा उम्मीदवार और हमारे कैंपेन बेहतर हैं। साथ ही, उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की उम्मीदवारी का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले का हिस्सा हैं। पायलट ने कहा, ' यह सवाल कोई नहीं पूछता है कि वसुंधरा राजे का बेटा फिर से झालावाड़ से क्यों चुनाव लड़ रहा है।'
उनके मुताबिक, बीजेपी का यह कहना कि कांग्रेस का घोषणा पत्र मुस्लिम लीग की तरह है, गोलबंदी की जोरदार कोशिश है। उन्होंने कहा, ' यह देश सभी का है और हर नागरिक के पास समान अधिकार हैं। सभी चीजों में धर्म को देखना भी एक तरह की असुरक्षा का भाव है।' यह पूछे जाने पर कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाता है, तो क्या राजस्थान विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की परफॉर्मेंस बेहतर होती, पायलट ने कहा कि बीतों बातों पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है।
इस बार अशोक गहलोत और सचिन पायलट, दोनों चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और भूपेश बघेल लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हर किसी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। कुछ लोग संवाद कर रहेहैं, जबकि कुछ चुनाव प्रचार में जुटे हैं। किसको क्या करना है, इस बारे में फैसला कांग्रेस नेतृत्व का है। हालांकि, जिम्मेदारी सामूहिक है। पायलट ने कहा कि वह राजस्थान में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और उन्हें छत्तीसगढ़ की भी जिम्मेदारी दी गई है।