Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार (15 अप्रैल) को एक इंटरव्यू में कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रतिबद्धता है और इसे संसद में भी दोहराया गया है। पीएम मोदी ने कहा, "'एक राष्ट्र एक चुनाव (One Nation One Election)' हमारी प्रतिबद्धता है। कई लोगों ने समिति को अपने सुझाव दिए हैं। बहुत सकारात्मक और शानदार सुझाव आए हैं। अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा।" न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा, "मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मेरे निर्णय किसी को डराने, दबाने के लिए नहीं हैं। वे देश के समग्र विकास के लिए हैं।"
बता दें कि बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का प्रस्ताव और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने पर विशेष जोर है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि अगर उनकी सरकार एक साथ चुनाव कराने की रिपोर्ट लागू करती है तो देश को फायदा होगा।
इस इंटरव्यू में तमिलनाडु में सत्ताधारी DMK की हालिया 'सनातन विरोधी' टिप्पणी और उस पर वहां की जनता के आक्रोश पर प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ बैठना उनकी क्या मजबूरी है? कांग्रेस की मानसिकता में ये कौन सी विकृति है।"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "दुर्भाग्य से आज हमारे यहां शब्दों के प्रति कोई जिम्मेदारी ही नहीं है। मैंने एक नेता को कहते हुए सुना 'एक झटके में मैं गरीबी हटा दूंगा।' जिनको 5-6 दशक तक देश पर राज करने को मिला और वे आज कहते हैं कि मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा। उन्हें सुनकर लोग सोचते हैं कि ये क्या बोल रहे हैं। हम 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की महान परंपरा से निकले हैं। नेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। आज हम जो कहते हैं उस पर लोगों को भरोसा है।"
कांग्रेस के आरोप पर कि '400 पार से संविधान रद्द हो जाएगा' पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जो व्यक्ति UN में जाकर दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल भाषा का गुणगान करता है,किस आधार पर उस व्यक्ति पर आप ऐसे आरोप कैसे लगा सकते हैं?....समस्या उनमें (विपक्ष) है वे देश को एक ही सांचे में ढालना चाहते हैं। हम विविधता की पूजा करते हैं...हम इसका जश्न मनाते हैं...".
इलेक्टोरल बॉन्ड विवाद भी बोले पीएम
इलेक्टोरल बॉन्ड विवाद पर पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय से हमारे देश में चर्चा चली है कि चुनावों में काला धन एक बहुत बड़ा खतरनाक खेल हो रहा है। चुनाव में खर्च होता ही होता है। सभी पार्टियां करती हैं, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मैं चाहता था कि हम एक कोशिश करें कि काले धन से चुनाव को मुक्ति कैसे मिले। एक छोटा सा रास्ता मिला जिसे संसद में सब ने सराहा था।
उन्होंने कहा कि यदि इलेक्टोरल बॉन्ड नहीं होते तो किस व्यवस्था में ताकत है कि वो ढूंढ के निकालते कि पैसा कहां से आया और कहां गया? ये इलेक्टोरल बॉन्ड्स की सफलता की कहानी है कि इलेक्टोरल बॉन्ड्स थे। पीएम ने कहा कि मेरी चिंता ये है कि मैं कभी नहीं कहता कि निर्णय लेने में कोई कमी नहीं है। निर्णय लेने में, हम सीखते हैं और सुधार करते हैं। इसमें भी सुधार के लिए बहुत संभवना है। लेकिन आज हमने देश को पूरी तरह से कालेधन की ओर धकेल दिया है इसीलिए मैं कहता हूं कि हर किसी को इसका पछतावा होगा।
विपक्ष के इस आरोप पर कि सभी सरकारी संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा है पर पीएम मोदी ने कहा, "हमने चुनाव आयोग में सुधार किया है...एक कहावत है। नाच न जाने आंगन टेढ़ा इसलिए कभी EVM का बहाना बनाएंगे। असल में हार के लिए उन्होंने अभी से कुछ तर्क गढ़ने शुरू कर दिए हैं।'' उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य अपने अगले कार्यकाल में देश में विकास की गति और पैमाने को बढ़ाना है।