देश में लोकसभा चुनाव का मौहाल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के 2009 के एक अन्य वीडियो का जिक्र करते हुए कांग्रेस को उन्हें डराने की कोशिशें बंद करने की चुनौती दी, जिसमें वह दोहराते नजर आ रहे हैं कि जब देश के संसाधनों की बात आती है तो अल्पसंख्यकों, खासकर गरीब मुसलमानों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
मोदी ने कहा, ''जब मैं कांग्रेस के जरिए मुसलमानों को प्राथमिकता देने की बात करता हूं या देश के सामने भारतीय गठबंधन के व्यवहार को उजागर करता हूं तो वे नाराज हो जाते हैं और मुझ पर हमला करना शुरू कर देते हैं। उनका पारिस्थितिकी तंत्र एक सप्ताह से मुझ पर हमला कर रहा है। मैं आज उन सभी को चुनौती देता हूं...उन्हें समझना चाहिए कि उन्होंने मुझे 25 साल तक डराने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। अब उन्हें ये कोशिशें बंद कर देनी चाहिए।”
पीएम मोदी ने कहा, ''उन्होंने यहां तक कहा कि पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह जी ने कभी नहीं कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। लेकिन आज, सिंह का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें वह यही बात कहते दिख रहे हैं...यहां तक कि मीडिया के कुछ वर्गों ने बिना तथ्य जांचे मुझ पर हमला किया, लेकिन अब वीडियो सामने आ गया है...अब वे पूरी तरह से चुप हो गए हैं...''
भारतीय जनता पार्टी ने एक्स पर अप्रैल 2009 का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें सिंह ने अल्पसंख्यकों पर अपना रुख दोहराया। भाजपा ने लिखा, “लोकसभा चुनावों से पहले, डॉ. मनमोहन सिंह ने अपना बयान दोहराया कि जब देश के संसाधनों की बात आती है तो अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से गरीब मुसलमानों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने पहले के दावे पर कायम हैं कि जब संसाधनों की बात आती है तो मुसलमानों का पहला अधिकार होना चाहिए। डॉ. मनमोहन सिंह का यह स्पष्ट दावा उनके पिछले बयान पर कांग्रेस की अफवाहों और स्पष्टीकरणों को ध्वस्त कर देता है। यह हमारे दावे का समर्थन करता है कि मुसलमानों को तरजीह देना कांग्रेस पार्टी की स्पष्ट नीति है। यह आरक्षण से लेकर संसाधनों तक हर चीज में मुसलमानों को तरजीह देने की कांग्रेस की मानसिकता का सबूत है।''