Get App

UP Lok Sabha Chunav 2024: घोसी में BSP ने त्रिकोणीय बना दी लड़ाई, क्या सीट निकाल पाएंगे राजभर के बेटे, क्या कहता है वोटर?

UP Lok Sabha Election 2024: साल 2014 में यहां भारतीय जनता पार्टी जीती और 2019 में सपा से गठबंधन के चलते इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के अतुल राय ने कब्जा कर लिया, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यानी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के लिए छोड़ दिया और ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतार दिया है

Brijesh Shuklaअपडेटेड May 28, 2024 पर 8:18 PM
UP Lok Sabha Chunav 2024: घोसी में BSP ने त्रिकोणीय बना दी लड़ाई, क्या सीट निकाल पाएंगे राजभर के बेटे, क्या कहता है वोटर?
UP Lok Sabha Chunav: घोसी से ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतार दिया है

घोसी लोकसभा क्षेत्र, कभी ये वामपंथियों का मजबूत गढ़ हुआ करता था। यहां कांग्रेस भी खूब फलीफूली। धीरे-धीरे कम्युनिस्टों का असर यहां कम हुआ। इस सीट पर उत्तर प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव में पर लगी हुई है। एक मंत्री हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत नजदीकी माने जाने वाले एके शर्मा। दूसरे बड़बोले मंत्री हैं ओमप्रकाश राजभर और तीसरे हैं पिछले साल घोसी उप-चुनाव में हारने के बावजूद योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनने वाले दारा सिंह चौहान। तीनों मंत्री इसी इलाके के हैं। तीनों मंत्री रात दिन एक किए हुए हैं और किसी तरह इस सीट पर सपा और BSP को मात देना चाहते हैं।

साल 2014 में यहां भारतीय जनता पार्टी जीती और 2019 में सपा से गठबंधन के चलते इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के अतुल राय ने कब्जा कर लिया, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यानी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के लिए छोड़ दिया और ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतार दिया है। लेकिन अरविंद राजभर के लिए भी यहां का मैदान इतना आसान नहीं है, क्योंकि समाजवादी पार्टी ने यहां पर राजीव राय को टिकट देकर लड़ाई को रोचक बना दिया है।

14 बार भूमिहार, राजभर और चौहान जीते

वास्तव में बात राजीव राय की नहीं है, बल्कि यहां के समीकरणों की है। यहां हुए कुल 17 बार हुए चुनाव में 14 बार इस सीट पर राय यानी भूमिहार, राजभर और चौहान जीते। चौहान अति पिछड़े वर्ग में आते हैं। ये क्षत्रिय नहीं हैं, लेकिन अपने को पृथ्वीराज चौहान का वंशज मानते हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें