Ayodhya Milkipur By Election 2025: अयोध्या जिले की मिल्कीपुर में 5 फरवरी को होने वाले उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की भगवान कृष्ण से तुलना कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। सपा सांसद ने कहा कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव में भगवान श्री कृष्ण का DNA है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण और हमारे नेता अखिलेश यादव जी के डीएनए में कोई फर्क नहीं है।
सिंह ने दावा किया अयोध्या में कौरवों की हार होगी। एक इंटरव्यू में सपा सांसद ने कहा कि मिल्कीपुर का उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए महाभारत में कौरवों की तरह है, जो छल-कपट से भगवान से जीतने की कोशिश कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने एबीपी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "भगवान श्री कृष्ण और हमारे नेता अखिलेश यादव के डीएनए में कोई फर्क नहीं है। महाभारत में भी पांडवों के खिलाफ छल से जीतने का प्रयास हुआ था। अयोध्या में भी ऐसा ही जाल बुना जा रहा है लेकिन उसमें सफल नहीं होंगे। लोकसभा चुनाव में अयोध्या में जवाब मिला, वैसे मिल्कीपुर में जवाब मिलेगा।" सपा नेता ने मिल्कीपुर उपचुनाव को पांडवों और कौरवों के बीच की लड़ाई करार दिया।
मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने दावा किया कि इस सीट पर I.N.D.I.A. गठबंधन के उम्मीदवार की जीत होगी। उन्होंने कहा कि यह सही है कि अभी हम कुछ चुनाव हारे, लेकिन, वह हमें जनता या बीजेपी ने नहीं हराया। बल्कि इनका जिला और पुलिस प्रशासन वोट करवा रहा था। जनता को वोट डालने नहीं दिया। यह लोग तैयारी भले करें। लेकिन, इस बार मिल्कीपुर बहुमत से जीतेंगे। माता प्रसाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में इन लोगों की यूपी में सीटें कम हो गई। हम अयोध्या, बस्ती और आंबेडकर नगर जीते। इनको हमने पूर्ण बहुमत से रोक दिया।
5 फरवरी को डाले जाएंगे वोट
चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है, जिसके तहत पांच फरवरी को मतदान और आठ फरवरी को मतगणना होगी। मिल्कीपुर विधानसभा सीट 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए अवधेश प्रसाद के 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी के तौर पर सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा सीट से उनके इस्तीफा देने से खाली हुई है।
मिल्कीपुर सीट का उपचुनाव भी पूर्व में हुए उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीट के उपचुनाव के साथ ही होना था। लेकिन साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट के लिए हुए निर्वाचन को लेकर अदालत में याचिकाएं दायर होने की वजह से यहां उपचुनाव नहीं हो सका था। हालांकि हाल ही में यह बाधा समाप्त होने के बाद मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया।
BSP ने पहले उपचुनाव से दूरी बना ली है। कांग्रेस ने भी सपा को समर्थन का ऐलान किया है। ऐसे में उपचुनाव में मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच ही होगा। 2022 के चुनाव में यहां से समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। उनके सांसद बन जाने पर इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।