UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण के मतदान से कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी (SP) को बड़ा झटका लगा है। सपा के वरिष्ठ नेता नारद राय ने मंगलवार (27 मई) सुबह X पर एक पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ की। दिवंगत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले राय ने सोमवार रात अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर भी शेयर की। उत्तर प्रदेश के पूर्व खेल मंत्री नारद राय ने X पर अपने 'बायो' में 'मोदी का परिवार' लिखकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जाने का संकेत दिया।
साथ ही जनता से सपा के चुनाव निशान 'साइकिल' पर ताला लगाने का आह्वान किया। बलिया सदर सीट से दो बार के विधायक और राज्य सरकार में पूर्व मंत्री नारद राय (Narad Rai) ने सोमवार देर रात 'एक्स' पर लिखा, ''दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारत के गृह मंत्री, राजनीति के चाणक्य अमित शाह जी के संकल्प की समाज के अंतिम पंक्ति में बसे गरीब को मज़बूत करने वाली सोच और राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करूंगा। जय जय श्री राम।''
उन्होंने इस पोस्ट के साथ ही शाह से हुई मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर कीं। एक तस्वीर में उनके साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी बैठे हुए दिखाई दिए।
राय ने X पर अपने नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिखा और एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कह रहे हैं, ''मैं लड़ता हूं, तो ताल ठोंक कर लड़ता हूं! मदद करता हूं, तो ताल ठोंक कर करता हूं और विरोध भी करता हूं, तो ताल ठोक कर करता हूं!''
राय ने सोमवार को जिले के खोरी पाकड़ गांव में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने गत रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बलिया लोकसभा क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार सनातन पांडेय के समर्थन में फेफना क्षेत्र में समाप्त हो चुकी चुनावी सभा के दौरान अपना अपमान किये जाने का आरोप लगाया।
उन्होंने समर्थकों से कहा, ''आप सभी हाथ उठाइए और साइकिल में ताला लगाइए।'' सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को बलिया लोकसभा क्षेत्र से सपा उम्मीदवार सनातन पांडेय के समर्थन में फेफना क्षेत्र में एक चुनावी सभा को सम्बोधित किया था। ऐसा आरोप है कि उन्होंने मंच पर नारद राय की मौजूदगी के बाद भी उनका नाम नहीं लिया था।